बेंगलुरु में विपक्षी दलों की पहले दिन की बैठक संपन्न, कल देर शाम हो सकता है बड़ा ऐलान

लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को हराने के लिए बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक से पहले कांग्रेस की ओर से विपक्ष के नेताओं को डिनर पर इनवाइट किया था।

Updated: Jul 17, 2023, 11:16 PM IST

बेंगलुरु। आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को एकजुट होकर हराने के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सोमवार को शुरू विपक्षी दलों की बैठक देर रात खत्म हुई। कांग्रेस की ओर से होटल ताज वेस्ट एंड में डिनर-बैठक रखी गई थी। इस बैठक में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के अलावा ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, लालू यादव, जयंत चौधरी, एम के स्टालिन, उद्धव ठाकरे समेत करीब 25 दलों के नेता शामिल हुए। अब मंगलवार सुबह 11 बजे से मुख्य बैठक होगी।

सोमवार की बैठक संपन्न होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि समान विचारधारा वाली विपक्षी पार्टियां सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और राष्ट्रीय कल्याण के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगी। हम भारत के लोगों को नफरत, विभाजन, आर्थिक असमानता और लूट की निरंकुश और जनविरोधी राजनीति से मुक्त करना चाहते हैं। हम ऐसा भारत चाहते हैं जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के संवैधानिक सिद्धांतों द्वारा शासित हो। हम ऐसा भारत चाहते हैं जो सबसे कमजोर व्यक्ति को आशा और विश्वास दे। इस भारत के लिए हम एकजुट हैं।

सोमवार शाम हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, आरजेडी प्रमुख लालू यादव, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख उमर अब्दुल्ला, सीपीआई महासचिव डी राजा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई नेता शामिल हुए। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक एनसीपी प्रमुख शरद पवार कल बेंगलुरू पहुंचकर बैठक में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक होने वाली मुख्य बैठक में 26 विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी। इस बैठक में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी। पहला- लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता, दूसरा- कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, सीट बंटवारे का फार्मूला और तीसरा- यूपीए के नए नाम पर भी चर्चा हो सकती है।