पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद का निधन, लालू यादव के करीबी थे रघुवंश प्रसाद
Raghuvansh Prasad Dies: राजद से इस्तीफे पर लालू प्रसाद ने कहा था कि कहीं नहीं जा रहे आप, दुनिया से कूच कर गए रघुवंश प्रसाद

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया है। स्थिति बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली एम्स में वेंटिलेटर पर रखा गया था। सिंह ने बृहस्पतिवार को राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के करीबी रघुवंश प्रसाद का लालू यादव को लिखा गया एक पत्र बीते दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उनके निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के साथ ही गाँव व किसान की एक मज़बूत आवाज़ सदा के लिए खो गई है। गाँवों व किसानों के उत्थान के लिए उनकी सेवा और लगन तथा सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष को सदा याद रखा जाएगा।
श्री रघुवंश प्रसाद सिंह जी के निधन के साथ ही गाँव व किसान की एक मज़बूत आवाज़ सदा के लिए खो गई है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 13, 2020
गाँवों व किसानों के उत्थान के लिए उनकी सेवा और लगन तथा सामाजिक न्याय के लिए उनके संघर्ष को सदा याद रखा जाएगा।
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माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि रघुवंश बाबू के निधन की ख़बर से स्तब्ध हूँ। अत्यंत दुखद समाचार। कई दशकों से कई संघर्षों में हम सब साथ रहे। आज के समय में उनका न रहना बहुत खलेगा। उनके काम और व्यवहार की यादें हमें प्रेरित करती रहेंगी।
रघुवंश बाबू के निधन की ख़बर से स्तब्ध हूँ। अत्यंत दुखद समाचार। कई दशकों से कई संघर्षों में हम सब साथ रहे। आज के समय में उनका न रहना बहुत खलेगा। उनके काम और व्यवहार की यादें हमें प्रेरित करती रहेंगी। Heartfelt condolences to his family and friends. https://t.co/qKBqskJvnL
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) September 13, 2020
रघुवंश प्रसाद सिंह बिहार की राजनीति के पुरोधा माने जाते थे। अपनी युवावस्था में उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए आंदोलनों में भाग लिया था। 1973 में उन्हें संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी का सचिव बनाया गया था। 1977 से लेकर 1990 तक वे बिहार राज्यसभा के सदस्य रहे थे। 1977 से 1979 तक उन्होंने बिहार के ऊर्जा मंत्री का पदभार संभाला था। इसके बाद उन्हें लोकदल का अध्यक्ष बनाया गया था। 1985 से 1990 के दौरान वे लोक लेखांकन समिति के भी अध्यक्ष रहे। 1996 में पहली बार वे लोकसभा के सदस्य बने। इसी साल उन्हें बिहार राज्य के लिए केंद्रीय पशुपालन और डेयरी उद्योग राज्यमंत्री बनाया गया था। 1998 में वे दूसरी बार और 1999 में तीसरी बार लोकसभा पहुंचे। इस कार्यकाल के दौरान वे गृह मामलों की समिति के सदस्य रहे।
10 सितंबर को दिया था इस्तीफा
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्य विपक्षी दल आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार (10 सितंबर) को इस्तीफा दे दिया था। एम्स में इलाज करवा रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने अस्पताल से अपने नेता लालू प्रसाद यादव के नाम चिट्ठी लिखी थी।
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उन्होंने लिखा था कि 'जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा। लेकिन, अब नहीं। पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आमजनों ने बड़ा स्नेह दिया। मुझे क्षमा करें।' रघुवंश प्रसाद ने यह चिट्ठी राजधानी दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल से रांची के रिम्स अस्पताल भेजी थी जहां लालू प्रसाद यादव का इलाज चल रहा है।
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जवाब में रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने भी रघुवंश प्रसाद के नाम एक स्नेहिल चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि 'चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल बैठकर विचार किया है। आप जल्द स्वस्थ्य हों, फिर बैठकर बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे। समझ लीजिए। आपका, लालू प्रसाद।'