Vikas dubey encounter : गुर्गा गुड्डन त्रिवेदी को उत्तरप्रदेश पुलिस से क्लीनचिट

Sanjay Singh : योगी सरकार चल रही है या मजाक चल रहा है..पहले इनाम घोषित किया अब यूपी पुलिस कहती है कोई सबूत नहीं

Publish: Jul 13, 2020, 04:33 AM IST

उत्तरप्रदेश के कानपुर गोलीकांड में आठ पुलिसकर्मियों का हत्यारोपी विकास दुबे का गुर्गा गुड्डन त्रिवेदी को उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा क्लीनचिट दिए जाने पर आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह ने योगी सरकार को निशाने पर लिया है। AAP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय ने रविवार (12 जुलाई) को ट्वीट के माध्यम से पूछा है कि ये योगी सरकार चल रही है या मजाक चल रहा है? राज्यसभा सांसद ने आगे लिखा है कि, 'जिस गुड्डन त्रिवेदी को कानपुर पुलिस ने 2 जुलाई की घटना में शामिल बताया, 25 हज़ार का इनाम भी घोषित कर दिया पोस्टर भी छाप दिया अब यूपी पुलिस कह रही है गुड्डन के ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं।'

दरअसल, कानपुर गोलीकांड मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे के गुर्गों की तस्वीरों के साथ 15 वांछित अपराधियों के नाम जारी किए गए थे। इनमें राज्यमंत्री के हत्या मामले में अभियुक्त गुड्डन त्रिवेदी और उसका कथित ड्राइवर सोनू तिवारी का भी नाम था। पुलिस ने गुड्डन के ऊपर 25 हजार रुपए इनाम की राशि भी घोषित किए थे। शनिवार को महाराष्ट्र एटीएस ने इन दोनों को ठाणे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद यूपी पुलिस अब अपनी बातों से पलट गई है। उत्तरप्रदेश पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि चौबेपुर गोलीकांड में वह दोनों अभियुक्त नहीं हैं और वे गोलीकांड में शामिल नहीं थे। हालांकि 3 जुलाई को खुद पुलिस ने ही बयान जारी कर उन्हें वांछित बताया था। अब यूपी पुलिस दोनों को लेने मुंबई जाएगी या नहीं यह भी साफ नहीं है।

कौन है गुड्डन त्रिवेदी ?

गुड्डन त्रिवेदी कानपुर देहात के कुढ़वा रूरा का रहने वाला है। 46 वर्षीय त्रिवेदी रूरा से जिला पंचायत सदस्य भी है वहीं उसकी पत्नी कंचन कुढ़वा गांव की प्रधान है। बताया जाता है कि वह साल 1998 में विकास के संपर्क में आया था और उसके रसूख के दम पर अकूत संपति और इलाके में अपनी पैठ बनाई है। यह भी कहा जाता है कि उसे विकास दुबे की पॉलिटिकल संपर्कों की पूरी जानकारी है। साल 2001 में हुए उत्तरप्रदेश के राज्यमंत्री संतोष शुक्ला के हत्या मामले में भी वह आरोपी था।