समय पर फैसले नहीं ले रही सरकार, नितिन गडकरी का केंद्र पर तीखा हमला

अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित नितिन गडकरी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर हमला बोला है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार समय पर फैसले नहीं लेती है और यह एक समस्या है।

Updated: Aug 24, 2022, 05:59 AM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार समय पर फैसले नहीं लेती है और यह एक समस्या है। बीजेपी के कद्दावर नेता नितिन गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में बीजेपी की सर्वोच्च इकाई संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया है।

नितिन गडकरी एसोसिएशन ऑफ कंसल्टिंग सिविल इंजीनियर मुंबई की ओर से आयोजित कार्यक्रम NATCON 2022 को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'आप चमत्‍कार कर सकते हैं...और ऐसा करने की क्षमता है। मेरा मानना है कि भारतीय बुनियादी संरचना का भविष्‍य उज्‍ज्‍वल है। हमें अच्छी तकनीक, अच्छे नवाचार, अच्छे शोध और सफल प्रथाओं को  दुनिया और देश में स्वीकार करने की जरूरत है। हमारे पास वैकल्पिक मटेरियल होना चाहिए ताकि हम क्‍वालिटी से समझौता किए बिना लागत कम कर सकें। समय निर्माण में सबसे अहम चीज है। समय सबसे बड़ी पूंजी है। सबसे बड़ी समस्‍या यह है कि सरकार समय पर फैसले नहीं ले रही है।'

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नितिन गडकरी का ये बयान पीएम नरेंद्र मोदी की कुछ दिनों पहले किए गए उस टिप्पणी से स्पष्ट अलग है जिसमें उन्होंने "अमृत काल" या स्‍वर्ण युग के बड़े मील के पत्‍थरों को पार करने में सरकार की कामयाबी का जिक्र किया था। हालांकि भाजपा नेताओं का कहना है कि गडकरी के यह शब्‍द किसी सरकार विशेष या केंद्र की मौजूदा सरकार के लिए नहीं बल्कि सामान्‍य तौर पर सरकारों के लिए कहे गए हैं।

बता दें कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्‍यान में रखते हुए पिछले हफ्ते बीजेपी संसदीय बोर्ड का पुनर्गठन गठन किया गया। इसमें गडकरी को स्‍थान नहीं दिया गया है। गडकरी को इस समिति से बाहर किया जाना आश्‍चर्यजनक है। वे न सिर्फ नरेंद्र मोदी कैबिनेट के वरिष्‍ठ मंत्री हैं, बल्की बीजेपी अध्‍यक्ष की जिम्‍मेदारी भी संभाल चुके हैं। आमतौर पर कोई भी पार्टी, अपने पूर्व अध्‍यक्ष को निर्णय लेने की प्रक्रिया में अवश्य शामिल करती है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि गडकरी, बीजेपी की वैचारिक संस्‍था RSS के बेहद करीबी हैं।

गडकरी पिछले कुछ महीनों से ही केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना भी साध रहे थे। नागपुर में एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा था कि उनका अकसर राजनीति छोड़ने का मन करता है क्‍योंकि उन्‍हें लगता है कि जिंदगी में करने के लिए बहुत कुछ है।  गडकरी ने इस दौरान कहा था कि पहले राजनीति जनहित के लिए की जाती थी लेकिन अब राजनीति सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए हो रही है।