गुजरात मंत्रिमंडल का गठन टला, बीजेपी में बढ़ी आंतरिक कलह

गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल, मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा और खुद पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी नए सीएम के रवैये से नाराज़ हैं, वहीं नितिन पटेल ने मंगलवार को कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला से मुलाकात भी की है, जिस वजह से राज्य की सियासत में संभावनाओं का दौर शुरु हो गया है

Updated: Sep 15, 2021, 11:51 AM IST

Photo : social media
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गांधीनगर। तमाम उहापोह की स्थिति के बीच गुजरात में मंत्रिमंडल के गठन को टाल दिया गया है। मंत्रिमंडल का गठन कल यानी गुरुवार तक के लिए टाल दिया गया है। अब मंत्रिमंडल का गठन संभावित तौर पर गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे होगा। मंत्रिमंडल गठन में हो रही देरी की वजह बीजेपी के भीतर मचे घमासान को लेकर मचा हुआ है। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से खासे नाराज़ बताए जा रहे हैं।  

सीएम को लेकर क्यों बढ़ी है नाराज़गी 
गुजरात बीजेपी के बड़े नेताओं में सीएम को लेकर बढ़ रही नाराज़गी का कारण मंत्रिमंडल गठन को लेकर सीएम भूपेंद्र पटेल का रवैया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूपेंद्र पटेल पूरे मंत्रिमंडल को बदलने की फिराक में है। मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल में सिर्फ नए चेहरों को जगह देना चाहते हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ तमाम बड़े नेताओं ने मोर्चा खोल दिया। 

उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के मन में पहले से ही मुख्यमंत्री न बन पाने की कसक है। अब उन्हें उपमुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की बात चल रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भूपेंद्र पटेल के सीए बनने के बाद से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ही पाटीदार समाज के हो गए हैं। बीजेपी का आलाकमान भी नितिन पटेल को उपमुख्यमंत्री पद की ज़िम्मेदारी से मुक्त करने के पक्ष में है। यही वजह है कि नितिन पटेल इस संभावित फैसले का विरोध कर रहे हैं।  

जबकि गुजरात सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा इसलिए खफा हैं क्योंकि जैसे ही नए मंत्रिमंडल का गठन होगा वैसे ही उनकी कुर्सी चली जाएगी। जबकि अन्य मंत्री कौशिक पटेल भी इसी कारण नाराज़ हैं। विजय रुपाणी के पुराने मंत्रिमंडल के करीबी नेताओं को हटाए जाने की संभावना है, इसलिए ज़ाहिर तौर पर विजय रुपाणी खफा हैं। मुख्यमंत्री पद से हटने का मलाल है सो अलग। मंगलवार को कई मंत्री विजय रुपाणी के पास अपनी शिकायत लेकर भी पहुंचे थे।   

शंकर सिंह वाघेला से नितिन पटेल ने की मुलाकात 
गुजरात बीजेपी में मचे भारी घमासान के बीच नितिन पटेल के एक दांव ने राज्य की सियासत को नई हवा दे दी। नितिन पटेल ने मंगलवार शाम को गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात की खबर ने कई तरह के समीकरणों की संभावना पैदा कर दी है।  

डैमेज कंट्रोल करने में जुटी बीजेपी 

उधर बीजेपी डैमेज को कंट्रोल करने की कोशिश शुरु कर दी है। बीजेपी के गुजरात प्रभारी भूपेंद्र यादव और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री को हाईकमान ने नाराज़ चल रहे नेताओं को मनाने के लिए कहा। हाईकमान के निर्देश के बाद दोनों नेताओं ने नाराज़ चल रहे नेताओं से बात करने की कोशिश की। दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री आवास का रुख किया। पहले उन्होंने मुख्यमंत्री से करीब आधे घंटे तक बात की। इसके बाद वहीं पर भूपेंद्र सिंह और नितिन पटेल को आने के लिए बुलावा भेजा गया। इस दौरान कौशिक पटेल और पुरषोत्तम रूपाला भी वहीं मौजूद थे।  इसके बाद विजय रुपाणी से भी फोन पर बातचीत की गई।

बीजेपी के लिए गले की फांस बने मंत्रिमंडल के गठन को कल तक के लिए टाल तो दिया गया है। लेकिन इस कलह को समाप्त स्थाई तौर पर समाप्त कर पाने में बीजेपी कामयाब हो पाएगी या नहीं, यह अभी भविष्य के गर्भ में है।