मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं... राहुल निराश नहीं करेगा, रायबरेली में सोनिया गांधी का भावुक भाषण

मैंने राहुल और प्रियंका को वही शिक्षा दी, जो रायबरेली और इंदिरा जी ने मुझे दी थी। सबका आदर करो। कमजोरों की रक्षा करो। अन्याय के खिलाफ जिससे भी लड़ना पड़े, लड़ पड़ो: सोनिया गांधी

Updated: May 17, 2024, 06:24 PM IST

रायबरेली। गांधी-नेहरू परिवार का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली में शुक्रवार को INDIA गठबंधन के दिग्गजों का जुटान हुआ। राहुल गांधी के समर्थन में आयोजित विशाल जनसभा में सोनिया गांधी, अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं। इस दौरान सोनिया गांधी रायबरेली से अपने रिश्ते की बात करते हुए भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं... राहुल निराश नहीं करेगा।

सोनिया गांधी ने कहा, 'मैंने राहुल और प्रियंका को वही शिक्षा दी, जो रायबरेली और इंदिरा जी ने मुझे दी थी। सबका आदर करो। कमजोरों की रक्षा करो। अन्याय के खिलाफ जिससे भी लड़ना पड़े, लड़ पड़ो। डरना मत, क्योंकि न्याय और परंपरा की तुम्हारी जड़ें बहुत मजबूत हैं। मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं। जैसे आपने मुझे अपना माना, वैसे ही राहुल को मानकर रखना है। राहुल आपको निराश नहीं करेंगे।'

सोनिया गांधी ने कहा, 'मैं काफी समय के बाद आप लोगों के सामने आई हूं। मेरा सिर आपके सामने श्रद्धा से झुका है। मुझे 20 साल तक सेवा का अवसर दिया। ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। रायबरेली मेरा परिवार है। मेरा घर है। मेरा घर मेरे जीवन की कोमल यादें यहां से जुड़ी हैं। इस मिट्टी से मेरा लगाव है। मां गंगा की तरह पवित्र ये रिश्ता अवध और किसान आंदोलन के साथ शुरू हुआ। आज तक कायम है। 
इंदिरा जी के दिल में रायबरेली के लिए एक अलग जगह थी। मैंने उन्हें काम करते हुए करीब से देखा। उनके मन में आपके प्रति असीम लगाव था।' 

रायबरेली में सभास्थल पर सोनिया जब पहुंची, उस वक्त राहुल का भाषण चल रहा था। प्रियंका मंच के नीचे उतरीं और हाथ पकड़कर सोनिया गांधी को मंच पर लाईं। राहुल माइक छोड़कर मां के पास पहुंचे। मां को गले लगाया। वहीं, मंच पर मौजूद अखिलेश से सोनिया गांधी ने हालचाल पूछा। 

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री बोलते हैं ताली बजाओ, तो मीडिया वाले वाह-वाह करते हैं। मैं कहता हूं कि मोदीजी अडाणी और अंबानी की बात नहीं करते हैं। अगले ही दिन मोदी दोनों की बात करते हैं। मैं कहता हूं कि खटाखट पैसे डलवाऊंगा। अगले दिन मोदी जी भी खटाखट-खटाखट करने लगते हैं। अब मैं मोदी जी से वो सबकुछ बुलवा सकता हूं। वे अपनी हार मान चुके हैं।