भारत में विकसित भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन को भी एक्सपर्ट पैनल की हरी झंडी

मीडिया सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक एक्सपर्ट पैनल ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज के लिए अप्रूवल दिया, देश में दूसरी कोरोना वैक्सीन की भी उम्मीद बढ़ी

Updated: Jan 03, 2021, 03:24 AM IST

Photo Courtesy : TOI
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत के लिए दूसरी बड़ी खुशखबरी है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) के एक्सपर्ट पैनल ने आज भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज के लिए मंजूर करने की सिफारिश कर दी है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से इस बात की जनकरी दी है।

कोवैक्सीन को एक्सपर्ट पैनल से हरी झंडी मिलने के साथ ही देश को अब स्वदेशी वैक्सीन मिलने की भी संभावनाएं बढ़ गई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन को कड़े पाबंदियों के साथ इस्तेमाल करने की अनुमति मिली है। बता दें कि भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन नामक स्वदेशी कोरोना वैक्सीन विकसित किया है और कोरोना के खिलाफ यह भारत का पहला स्वदेशी वैक्सीन है।

इसके पहले कल यानी शुक्रवार को ही एक्सपर्ट पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड को इमरजेंसी यूज के लिए सशर्त मंजूरी दी थी। अब दोनों वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI से जल्द अप्रूवल मिलने की उम्मीद है। भारत में कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कर रही है। SII वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। ब्रिटेन की मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) ने भी ऑक्सफोर्ड-आस्ट्रा-जेनेका के बनाए इस टीके को बुधवार को मंजूरी दे दी है। 

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ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI के द्वारा यदि इन दोनों वैक्सीन को फाइनल अप्रूवल मिल जाती है तो देश में जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का रास्ता साफ़ हो जाएगा। चूंकि, दुनिया में अमेरिका के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले भारत में ही दर्ज किए गए हैं। ऐसे में भारतीय लोग काफी दिनों से उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब देश वैक्सीन लगाने का प्रक्रिया शुरू हो।