Karnataka election: वोटिंग से एक दिन पहले मां चामुंडेश्वरी के शरण में पहुंचे सिद्धारमैया और शिवकुमार
कर्नाटक की 224 सीटों पर वोटिंग कल, सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने दिया एकजुटता का संदेश, चामुंडेश्वरी मंदिर में कांग्रेस की पांच गारंटियों को लागू करने का लिया संकल्प

बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए काउंट डाउन शुरू हो चुका है। वोटिंग शुरू होने में अब महज कुछ घंटे ही बाकी हैं। मतदान शुरू होने से एक दिन पहले कांग्रेस ने एकजुटता का संदेश दिया है। कांग्रेस के दोनों कद्दावर नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार आज एक साथ मां चामुंडेश्वरी मंदिर का दर्शन करने पहुंचे।
मैसूर स्थित मशहूर मां चामुंडेश्वरी मंदिर में कांग्रेस पार्टी के दोनों नेताओं ने पूजा अर्चना कर शक्ति की देवी से विजय का आशीर्वाद लिया। इस दौरान दोनों नेताओं ने यह भी संकल्प लिया कि कांग्रेस की सरकार पहली कैबिनेट बैठक में पांच गारंटियों को लागू करेगी। चुनाव पूर्व राज्य ने पूजा पाठ का दौर जारी है। कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार बजरंगबली का दर्शन करने भी पहुंचे थे। वहीं, भाजपा नेताओं द्वारा भी लगातार मंदिरों के दौरे किए जा रहे हैं।
.@INCKarnataka President @DKShivakumar ji and CLP @siddaramaiah ji visited the Chamundeshwari Temple in Mysuru and pledged to implement the five guarantees on the first day of the first cabinet meeting of the Congress government. pic.twitter.com/3WyY99zXBe
— Congress (@INCIndia) May 9, 2023
उधर मतदान से महज एक दिन पहले कर्नाटक कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एसोसिएशन ने लोगों से सोच समझकर मतदान करने की अपील की है। संगठन ने एक बयान जारी कर 40 फीसदी कमीशन की बात को दोहराया है। संगठन ने कहा कि 40 फीसदी कमीशन के कारण कई ठेकदारों को जान गंवानी पड़ी है और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। इसीलिए लोग समझदारी से मतदान करें।
बता दें कि कल 224 सीटों पर वोटिंग होगी और 13 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने सत्ता बरकरार रखने के लिए तो वहीं कांग्रेस ने उसे पटखनी देने के लिए जोर आजमाइश की है। राज्य की तीसरी सबसे बड़ी ताकत JDS ने भी मतदाताओं को रिझाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी है।
कर्नाटक में भाजपा के सामने साढ़े तीन दशकों से चले आ रहे सत्ता परिवर्तन के ट्रेंड को तोड़कर दक्षिण भारत में अपने इकलौते दुर्ग को बचाने की चुनौती है। वहीं, कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए प्रयासरत इस बार अपने लिए बेहतर मौका देख रही है। इसी तरह जनता दल एस त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में किंगमेकर बनने के लिए जोर लगा रही है।