केरल चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजते हुए पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होने और गुटबाजी हावी होने के आरोप लगाए हैं

Updated: Mar 10, 2021, 09:54 AM IST

Photo Courtesy : India Today
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त्रिवेंद्रम। केरल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राज्य के दिग्गज नेता पीसी चाको ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चाको ने अपना इस्तीफा कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है। उन्होंने कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होने और गुटबाजी के हावी होने को इस्तीफा देने की मुख्य वजह बताया है। जब एनडीटीवी ने उनसे पूछा कि क्या वे बीजेपी में जा सकते हैं, तो चाको ने कहा कि वे कांग्रेस के सिद्धांतों के साथ रहे हैं और बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ हैं। लिहाजा उनके बीजेपी में जाने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक चाको ने कहा, 'मैं पिछले कई दिनों से इस फैसले पर विचार कर रहा था। मैं केरल से हूं, जहां कांग्रेस पार्टी जैसा कुछ बचा ही नहीं है। यहां दो पार्टियां हैं, एक कांग्रेस आई और दूसरी कांग्रेस ए। यहां इन दोनों पार्टियों की कोऑर्डिनेशन कमेटी है, जो केरल पीसीसी के रूप में काम कर रही है।'

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चाको ने आगे कहा कि केरल एक अहम चुनाव का सामना कर रहा है। प्रदेश की जनता इस बार कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेता गुटबाजी में लगे हैं। मैं हाईकमान से लगातार कहता रहा हूं कि इस गुटबाजी को खत्म करना चाहिए। लेकिन हाईकमान दोनों गुटों की बात सुनता है।

कांग्रेस पार्टी नहीं महान परंपरा है: चाको

पीसी चाको ने इस्तीफा देने के बाद भी कांग्रेस की परंपरा की तारीफ की है। उन्होंने आज भी कहा कि कांग्रेस केवल एक पार्टी नहीं है, बल्कि यह एक महान परंपरा है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेसी होना गौरव की बात है। लेकिन आज केरल में कोई कांग्रेसी नहीं हो सकता। या तो आप 'आई' ग्रुप के होंगे या 'ए' ग्रुप के। इसलिए मैंने यह फैसला लिया है। इस आपदा का मूक गवाह हाईकमान भी है, लेकिन अब इसका कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। 

चाको को केरल कांग्रेस के मज़बूत नेता के रूप में देखा जाता है। विधानसभा चुनाव से पहले उनका इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। पूर्व में मंत्री रह चुके चाको पहले से ही पार्टी से असंतुष्ट चल रहे थे। चाको ने कई बार यह भी कहा कि राहुल गांधी द्वारा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं संभाले जाने की वजह से पार्टी को नुकसान हो रहा है।