लैंसेट ने कोरोना नियंत्रण के लिए भारत को दिए सुझाव, कहा, जल्द एक्शन लेने की है ज़रूरत

लैंसेट की सिटिज़न पैनल ने कहा है कि भारत में कोरोना से जुड़ी दवाई और स्वास्थ्य उपकरण एक दाम में प्राप्त हो सकें, इसलिए भारत को एक पारदर्शी नेशनल प्राइसिंग पॉलिसी का पालन करना चाहिए

Publish: Jun 18, 2021, 04:14 AM IST

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर की मार बुरी तरह से झेल चुके भारत के सामने अब अगली चुनौती तीसरी लहर की है। दूसरी लहर जैसे हालात भारत में न बने इसलिए अभी से कमर कसने की ज़रूरत है। लेकिन इससे पहले लैंसेट के 21 सदस्यीय पैनल ने कहा है कि भारत को जल्द एक्शन लेने की ज़रूरत है। 

पिछले साल दिसंबर में लैंसेट की सिटिज़न कमीशन ने भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को लेकर एक 21सदस्यीय पैनल का गठन किया था। इस पैनल में बायोकॉन की किरण मजूमदार और टॉप सर्जन देवी शेट्टी भी शामिल हैं। इस पैनल के मुताबिक भारत में जल्द से जल्द कोरोना को लेकर कदम उठाया जाना चाहिए। इसके लिए एक्सपर्ट्स ने आठ बिंदुओं में अपने सुझाव भी सामने रखे हैं। 

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- चूंकि हर ज़िले के हिसाब कोरोना के मामले और स्वास्थ्य सुनविधाएं बदलती हैं, इसलिए आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं का विकेंद्रीकरण होना चाहिए। 

- दवाइयों और स्वास्थ्य उपकरणों को लेकर एक राष्ट्रीय प्राइसिंग पॉलिसी होनी चाहिए, ताकि एम्बुलेंस, मेडिकल उपकरण, ऑक्सीजन के मूल्य की सीमाएं तय हो सके। 

- कोरोना प्रबंधन से जुड़ी साक्ष्य और स्पष्ट जानकारी को प्रसारित और कार्यान्वित किया जाना चाहिए।

- कोरोना पर पाने के लिए हेल्थ सिस्टम से सभी संसाधनों का एक साथ उपयोग किए जाने की ज़रूरत है। 

- वैक्सीन पहले किसी लगाई जाए, इसका फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ देना चाहिए। 

- कोरोना से निपटने के लिए सामुदायिक जुड़ाव और सार्वजनिक भागीदारी की आवश्यकता है। 

- आने वाले समय में कोविड के डेटा कलेक्शन में पारदर्शिता होनी चाहिए।

- कोरोना काल में लोग आर्थिक तंगी से न जूझें इसलिए सरकार को लोगों के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने चाहिए। इसके साथ ही श्रमिकों को उनकी नौकरी से न निकाला जाए।