हार न पच पाने की वजह से बंगाल के लोगों को उकसा रही है बीजेपी, बंगाल हिंसा पर ममता का बीजेपी पर वार

ममता बनर्जी ने कहा है कि नई सरकार के गठन को एक दिन भी नहीं हुआ कि गृह मंत्रालय हमें चिट्ठी भेजने लगा, ममता ने यह याद दिलाया कि जब बंगाल में हिंसा हुई उस दौरान कानून व्यवस्था का नियंत्रण चुनाव आयोग के पास था, ममता ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है

Updated: May 06, 2021, 11:15 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
Photo Courtesy: The Indian Express

कोलकाता। बंगाल में हुई हिंसा के मद्देनजर बीजेपी के रवैए पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निशाना साधा है। ममता ने कहा है कि बीजेपी के नेता बंगाल में लोगों को भड़का रहे हैं। ममता ने कहा कि बीजेपी के नेता लोगों को इसलिए भड़का रहे हैं क्योंकि वे बंगाल में मिली करारी हार को नहीं पचा पा रहे हैं। हार न स्वीकारने का नतीजा यह है कि वे अब बंगाल की शांति को ध्वस्त करने के लिए लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं। ममता ने कहा है कि उन्हें सरकार में आए एक दिन नहीं हुआ कि गृह मंत्रालय पत्र भेजने लगा। 

यह भी पढ़ें : ममता ने कुल 29 पुलिस अधिकारियों का किया तबादला, चुनाव आयोग द्वारा तैनात किए सभी अधिकारी हटाए

ममता बनर्जी ने कहा कि जिस समय पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई उस दौरान राज्य की कानून व्यवस्था का नियंत्रण चुनाव आयोग के पास था। ममता ने कहा कि हिंसा में मारे गए आधे लोग टीएमसी के थे जबकि आधे बीजेपी के थे। एक मृत व्यक्ति संयुक्त मोर्चा के थे। ममता ने याद दिलाया कि बंगाल में 16 मौतों उस दौरान हुईं जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं ली थी। ममता बनर्जी ने हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही ममता ने यह भी कहा है कि यह मुआवजा बिना किसी भेदभाव के दिया जाएगा। 

यह भी पढ़ें : बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने फिर लांघी मर्यादा, मोदी की दीदी को बताया कलंकिनी, ताड़का से की तुलना

दरअसल दो मई को पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजे आए। इसके ठीक अगले दिन पश्चिम बंगाल में हिंसा शुरू हो गई। बीजेपी ने इस हिंसा के लिए ममता बनर्जी और टीएमसी को ज़िम्मेदार ठहराया। जबकि उस समय न तो ममता बनर्जी ने सीएम पद की शपथ ली थी। और न ही राज्य की कानून व्यवस्था उनके हाथ में थी। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही ममता बनर्जी ने राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों को हिंसा रोकने के लिए सख्ती से कार्रवाई करने के आदेश दिए। और हिंसा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ किसी भी हाल में कार्रवाई करने के आदेश दिए।