लॉकडाउन में फंसे लोग अब जा पाएंगे घर
केंद्रीय गृह मंत्रालय न कुछ शर्तों के साथ फंसे हुए लोगों को अंतरराज्यीय यात्रा की अनुमति दे दी है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जिलों में फंसे मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के घर लौटने की राह आसान कर दी है. ये सभी लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में सफर कर पाएंगे. हालांकि, इस दौरान कुछ नियमों का पालन करना होगा.
Stranded migrant workers, pilgrims, tourists, students will be allowed to move with conditions during lockdown: MHA
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2020
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि इस काम के लिए राज्य एक दूसरे का साथ समन्वय बिठाएंगे और नोडल अधिकारियों को नियुक्त कर एक दूसरे के यहां फंसे लोगों को भेजने और बुलाने के लिए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल बनाएंगे.
Nodal authorities shall register stranded persons within their states or union territories: MHA
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2020
मंत्रालय ने कहा कि नोडल अधिकारी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन करेंगे. अगर फंसे हुए लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना चाहते हैं तो ऐसे में राज्यों को एक-दूसरे से संपर्क करना होगा और सड़क मार्ग से लोगों को भेजने पर पारस्परिक सहमति बनानी होगी.
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गृह मंत्रालय ने कहा कि लोगों को भेजने के लिए जिन गाड़ियों और बसों का इस्तेमाल होगा, उन्हें अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा और बैठने की व्यवस्था में शारीरिक नियमों का पालन करना होगा.
मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि यात्रा मार्ग के बीच में पड़ने वाले राज्य और केंद्रशासित प्रदेश ऐसे लोगों को उनके गंतव्य तक जाने देंगे.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि लोगों के अपने गंतव्य तक पहुंच जाने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य प्रशासन उनका चेकअप करेगा और ऐसे लोगों को क्वारंटीन में रखा जाएगा.
On arrival at their destinations, such people will be assessed by local health authorities, kept in quarantine: MHA
— Press Trust of India (@PTI_News) April 29, 2020
असल में बीते एक महीने में लॉकडाउन की वजह से देश के अलग-अलग क्षेत्रों में फंस गए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खासकर प्रवासी मजदूरों और छात्रों को. बीते दिनों में कोटा में फंसे हुए बिहार के छात्रों ने उन्हें घर भेजने के लिए विरोध प्रदर्शन किया. बिहार में भी छात्रों ने अपने साथियों के लिए विरोध प्रदर्शन किया.
Click: कोरोना हुआ तो हर मालिक पर कार्रवाई नहींवहीं मजदूर तो पहले से ही प्रदर्शन करते आ रहे हैं. गुजरात के सूरत में फंसे हुए मजदूर कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं. वहीं 14 अप्रैल को मुंबई के बांद्रा में हजारों मजदूरों ने उनको घर भेजे जाने के लिए प्रदर्शन किया था. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस संबंध में केंद्र सरकार से बात की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 मार्च को सिर्फ चार घंटे का नोटिस देकर पूरे देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर की थी, जिसके कारण लाखों मजदूर पैदल ही हजारों किलोमीटर चलकर अपने घर जाने के लिए मजबूर हुए.