UP में स्वतंत्रता दिवस पर बापू के हत्यारे की फोटो के साथ निकली तिरंगा यात्रा, हिंदू महासभा ने बताया क्रांतिकारी

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा ने कहा कि हम नाथूराम गोडसे को अपना मसीहा मानते हैं।

Updated: Aug 16, 2022, 06:41 AM IST

मुजफ्फरनगर। देश भर में सोमवार को आजादी का पर्व हर्षोल्लास से गया। देश में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान देश भर में लोग तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। लेकिन यूपी के मुजफ्फरनगर में एक कट्टरपंथी संगठन द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे की तस्वीर के साथ तिरंगा यात्रा निकाली गई।

दरअसल 15 अगस्त को मुजफ्फरनगर में अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी तिरंगा यात्रा निकाली। लेकिन नाथूराम गोडसे की तस्वीर के कारण यह चर्चा का विषय बन गई। अखिल भारत हिंदू महासभा की इस तिरंगा यात्रा में गोडसे की लगी फोटो की कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें देख जा सकता है कि तिरंगा यात्रा में क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह, चंदशेखर आजाद, नेता जी सुभाष चंद्र बोस सहित कई क्रांतिकारियों की तस्वीरें थी।

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मामले पर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष योगेंद्र वर्मा ने कहा कि अखिल भारत हिंदू महासभा के द्वारा 15 अगस्त के पावन पर्व पर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। यह रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई वापस कार्यालय पर आकर संपन्न हुई। जिसमें अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं सहित हिंदू नेताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। तिरंगा यात्रा में बहुत से क्रांतिकारियों की फोटो लगी थी। उसमें गोडसे भी शामिल हैं। गोडसे भी एक क्रांतिकारी रहे हैं, इसलिए उनकी तस्वीर रैली में शामिल की गई।

वर्मा ने आगे कहा कि गांधीजी की नीतियों के कारण ही गोडसे को गांधीजी का वध करना पड़ा था। गोडसे ने अपना मुकदमा स्वयं लड़ा। लेकिन जो कोर्ट में हुआ वह आज तक सरकार ने सार्वजनिक क्यों नहीं किया? क्योंकि सरकार नहीं चाहती थी कि उस वक्त ये पता लगे कि गांधी का वध क्यों हुआ है। आगे उन्होंने कहा कि गांधी की कुछ नीतियां ऐसी थी जो हिंदू विरोधी थी। आजादी के बाद जो बंटवारा हुआ था, उसमें 30 लाख लोग का कत्ल हुआ था।