सेना में भर्ती की अग्निपथ स्कीम का बिहार में विरोध, बक्सर में रोकी रेल, मुजफ्फरपुर में सड़कों पर आगजनी

इस योजना के तहत सेना में भर्ती होने वाले 75 फीसदी युवाओं को 4 साल में ही नौकरी से निकाल दिया जाएगा। महज 25 फीसदी युवा जो अति प्रतिभाशाली होंगे उन्हें रिटेन किया जाएगा। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को अग्नीवीर कहा जाएगा।

Updated: Jun 15, 2022, 12:09 PM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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पटना। केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय सेना में भर्ती के लिए घोषित अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। बिहार के दो जिलों बक्सर और मुज्जफरपुर में उग्र विरोध प्रदर्शन देखे गए जहां बक्सर में प्रदर्शनकारी युवाओं ने जन शताब्दी एक्सप्रेस को रोक दिया। वहीं मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 28 को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी युवाओं की मांग है कि भारत सरकार सेना में भर्ती के लिए इस योजना को वापस ले। युवाओं ने कहा कि 4 साल के लिए भर्ती किया जाना रोजगार के अधिकार का हनन करना है।

वहीं कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भी भारतीय सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना का विरोध किया है। राहुल गाँधी ने ट्वीट किया कि जब भारत को दो मोर्चों पर खतरों का सामना करना पड़ता है, तो अग्निपथ योजना के कारण हमारे सशस्त्र बलों की ऑपरेशनल दक्षता को कम कर देता है। भाजपा सरकार को हमारी सेना की गरिमा, परंपराओं, वीरता और अनुशासन से समझौता करना बंद करना चाहिए।

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वहीं प्रियंका गाँधी वाड्रा ने लिखा कि भाजपा सरकार सेना भर्ती को अपनी प्रयोगशाला क्यों बना रही है? सैनिकों की लंबी नौकरी सरकार को बोझ लग रही है? युवा कह रहे हैं कि ये 4 साला नियम छलावा है। हमारे पूर्व सैनिक भी इससे असहमत हैं। सेना भर्ती से जुड़े संवेदनशील मसले पर न कोई चर्चा, न कोई गंभीर सोच-विचार। बस मनमानी?

भारतीय सेना में रक्षा मंत्रालय द्वारा सेना में भर्ती के लिए अग्निवीर योजना शुरू की गई है। स्कीम के तहत लड़के एवं लड़कियों दोनों को ही तीनों सेनाओं में भर्ती का मौका मिलेगा। अग्निवीर के आवेदन के लिए आयु 17 साल 6 महीने से लेकर 21 साल तक की होनी चाहिए। अग्निवीरों के लिए भी मेडिकल और फिजिकल फिटनेस के नियम वही रहेंगे, जो अब तक अन्य सैनिकों के लिए रहे हैं। 10वीं और 12वीं पास युवाओं को अग्निवीर के तौर पर अलग-अलग पदों पर भर्ती के लिए मौका दिया जाएगा। पहले साल में अग्निवीरों को सालाना 4.76 लाख रुपये का पैकेज मिलेगा। चौथे साल के अंत तक यह राशि बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी।

नौकरी खत्म होने पर 11.7 लाख रुपये का पैकेज दिया जाएगा। अग्नीवीरों को चीन और पाकिस्तान के बोर्डर्स पर नियुक्त किया जाएगा। नौकरी के दौरान शहादत पर परिजनों को 1 करोड़ रुपये मुआवजा के रूप में मिलेंगे। वहीं सेवा के दौरान दिव्यांग होने या गंभीर रूप से जख्मी होने की स्थिति में 44 लाख रुपये का कवरेज मिलेगा। सेवामुक्त किए जाने के बाद भी उन्हें 'अग्निवीर स्किल सर्टिफिकेट' दिया जाएगा।