Farm Bills 2020: किसानों ने फाड़ी नए कृषि कानूनों की प्रतियां, केंद्रीय कृषि मंत्री के न आने पर बीच में छोड़ी मीटिंग
Farmer Agitation: 29 किसान संगठनों के नेताओं को बुलाकर नहीं मिले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, किसानों ने कहा जारी रहेगा आंदोलन

दिल्ली। कृषि कानूनों का कड़ा विरोध कर रहे पंजाब के किसानों को मनाने की मोदी सरकार की कोशिश नाकाम रही। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से बुधवार को बुलाई गई बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर खुद ही नहीं पहुंचे। इससे भड़के किसानों ने मंत्रालय के भीतर ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और बाद में बाहर आकर भी कानूनों की प्रतियां फाड़ दीं। मंत्रालय से बाहर निकलते हुए किसानों ने कहा हम आंदोलन जारी रखेंगे।
Delhi: Leaders of 29 farmer unions walk out of meeting with Agriculture Secretary to discuss the recently enacted #FarmLaws; tear copies of the laws outside Krishi Bhawan. pic.twitter.com/H88HPY8fSC
— ANI (@ANI) October 14, 2020
29 किसान संगठनों के नेताओं को बुलाकर मंत्री खुद नदारद
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों की वजह से पहले से ही नाराज़ चल रहे किसान नेता तब और भी खफा हो गए जब पंजाब के 29 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को बुलाकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर खुद उनसे मिलने के लिए मौजूद नहीं रहे। किसानों ने मंत्री की गैर-मौजूदगी में केंद्रीय सचिव से बात करने से मना कर दिया और बीच में ही उठकर निकल गए।
किसान संगठनों का कहना था कि जब इस मीटिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री या केंद्र का कोई भी अन्य मंत्री मौजूद नहीं है, तो इसका कोई मतलब ही नहीं है। किसान संगठनों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने यह मीटिंग बुलाकर उन्हें धोखा दिया है। किसानों यह आरोप भी लगाया कि मीटिंग में कृषि सचिव हमारी बात सुनने की बजाय हमें पाठ पढ़ाने में लगे हुए थे। यह मीटिंग सिर्फ दिखावे के लिए बुलाई गई थी। किसान नेताओं ने यह भी कहा है कि अब वे गुरुवार को चंडीगढ़ में मीटिंग करके आंदोलन की आगे की रूपरेखा पर विचार करेंगे।
अब दिल्ली नहीं आएंगे
मीटिंग के बीच से उठ कर आए किसान नेताओं का कहना है कि अब हम चर्चा के लिए दिल्ली नहीं आएंगे। सरकार को हमसे कोई बात करनी हैं तो उन्हें अब पंजाब आना होगा, वहीं मीटिंग करनी होगीं। मीटिंग के दौरान अफसरों के तेवर से खफा किसान नेताओं ने कहा कि अब हम किसी बाबू की डांट सुनने नहीं आएंगे। अगर सरकार को मीटिंग करनी है, तो कृषि मंत्री को पंजाब आना होगा।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए 3 नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब में बड़े स्तर पर किसान आंदोलन हो रहा है, जिससे परेशान केंद्र सरकार ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया था। ध्यान रहे कि बीते दिनों दोनों सदनों में विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों को मंजूरी दे दी थी।