29 नवंबर से शुरू हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र, हंगामेदार होने की संभावना

किसान आंदोलन, बढ़ती महंगाई, चीन सीमा विवाद व लखीमपुर खीरी नरसंहार सहित अन्य मुद्दों को लेकर शीतकालीन सत्र में हो सकता है हंगामा, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी अहम है यह सत्र

Updated: Oct 23, 2021, 08:07 AM IST

Photo Courtesy: ABP
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नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र अगले महीने के आखिरी हफ्ते में शुरू होने की संभावना है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू करके 23 दिसंबर तक चलाने पर विचार कर रही है। मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि मॉनसून सत्र की तरह ही शीतकालीन सत्र भी हंगामेदार होगा।

बताया जा रहा है कि सत्र की तारीख के संबंध में जल्द ही औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही संसदीय मामलों से जुड़ी कैबिनेट कमिटी की बैठक होगी जिसमें अंतिम फ़ैसला लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस बार नियमित सत्र होने की संभावना है, जिसमें राज्यसभा और लोकसभा की बैठकें एक साथ हुआ करेंगी। सत्र के दौरान कोरोना से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। 

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शीतकालीन सत्र के दौरान 20 बैठकें होने की संभावना है। क्रिसमस से पहले सत्र की समाप्ति भी हो जाएगी। खास बात ये है कि इस सत्र में मॉनसून सत्र जैसा ही हंगामा देखने को मिलेगा। विपक्ष बढ़ती महंगाई, किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, बेरोजगारी, चीन सीमा विवाद व अन्य मुद्दों पर सत्तापक्ष को घेरती नजर आएगी। इसके पहले हुआ मानसून सत्र में पेगासस जासूसी कांड और किसान आंदोलन को लेकर जबर्दस्त हंगामा देखने को मिला था। 

इतना ही नहीं राज्यसभा में महिला सांसदों को पीटने तक का आरोप-प्रत्यारोप लगाया गया था। मामले में कुछ सांसदों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी। बता दें कि पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की वजह से शीतकालीन सत्र नहीं हो पाया था। इसके बाद बजट और मॉनसून सत्र की अवधि भी कम कर दी गई थी। पांच राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी इस सत्र को अहम माना जा रहा है।