Chinese Intrusion: चीनी सेना भारतीय इलाके में और अंदर घुसी, लद्दाख के पूर्व बीजेपी सांसद का दावा

Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में सैनिकों की स्थिति को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना, पूर्व बीजेपी सांसद छेवांग के मुताबिक हमारे सैनिक भयानक ठंड के बावजूद टेंट में रहने को मजबूर

Updated: Oct 31, 2020, 01:32 AM IST

Photo Courtesy: The Hindu
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नई दिल्ली। लद्दाख के वरिष्ठ राजनेता और बीजेपी के पूर्व सांसद थुपस्तान छेवांग ने कहा है कि चीनी सेना भारतीय इलाके में और भीतर तक घुस आई है और उसने पैंगोंग त्सो लेक के पास फिंगर 2 और फिंगर 3 पर भी कब्जा कर लिया है। बीजेपी के पूर्व सांसद के हवाले से यह खबर अंग्रेज़ी अखबार द हिंदू ने दी है। हालांकि सरकार की एजेंसी प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने इस खबर का खंडन किया है। पीआईबी का कहना है कि भारतीय सेना ने इस खबर को गलत बताया है।

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द हिंदू की खबर के मुताबिक लद्दाख के पूर्व सांसद छेवांग का कहना है कि उन्हें चीनी सेना के और भीतर तक घुस आने की जानकारी वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी LAC के करीबी इलाकों में रहने वाले स्थानीय लोगों से मिली है। छेवांग के मुताबिक उन्हें ये भी पता चला है कि भारतीय सैनिकों को सीमावर्ती इलाकों में टेंट में रहना पड़ रहा है, जो ज़ीरो डिग्री से भी कम तापमान में रहने के लिए पर्याप्त नहीं है।

पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने द हिंदू की इसी खबर के मद्देनज़र प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला किया है। राहुल ने द हिंदू की खबर को शेयर करते हुए लिखा है, “देश के जवान भयंकर सर्दी में साधारण टेंट में गुज़ारा करते हुए भी चीन के आक्रमण का डटकर मुक़ाबला करते हैं। जबकि देश के PM 8400 करोड़ के हवाई जहाज़ में घूमते हैं और चीन का नाम तक लेने से डरते हैं। किसे मिले अच्छे दिन?”

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द हिंदू के मुताबिक छेवांग ने उन्हें बताया है कि सीमा से सटे इलाकों की हालत नाज़ुक है। चीनी सैनिक न सिर्फ हमारे इलाके में और अंदर तक घुस आए हैं, बल्कि उन्होंने पैंगोंग त्सो लेक के पास फिंगर 2 और फिंगर 3 पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जगहों पर कब्जा कर लिया है। यहां तक कि उन्होंने हॉट स्प्रिंग का इलाका भी पूरी तरह से खाली नहीं किया है...ये जानकारी हमें स्थानीय लोगों से मिल रही है।

छेवांग ने ये भी कहा कि भारतीय सैनिकों को टेंट्स में रहना पड़ रहा है, जो स्वीकार्य नहीं है। अगर कई दौर की वार्ता के बावजूद भारत सरकार चीनी सेना को पीछे हटने के लिए राजी नहीं कर पाई है, तो कम से कम सैनिकों के लिए वहां रहने के बेहतर इंतज़ाम तो करने चाहिए। हम आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के सीमावर्ती इलाके में पिछले पांच महीनों से भी ज्यादा समय से टकराव और तनाव की स्थिति बनी हुई है।