गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी से मर रहा है देश, पीएम फोटोशूट में व्यस्त, मोदी के तोता प्रेम पर लोगों का रिएक्शन

दो दिन के गुजरात दौरे पर पीएम ने तोते के साथ खिंचवाया फोटो तो लोगों ने कर दी उन्हीं की खिंचाई

Updated: Oct 31, 2020, 07:32 PM IST

Photo Courtesy: Twitter
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। इस दौरान केवड़िया जंगल सफारी घूमने गए मोदी ने अलग-अलग तरह के पशु पक्षियों के साथ समय बिताया। मोदी ने तोते को अपने हाथों पर बिठाकर, पुचकारते हुए तस्वीरें भी साझा की हैं, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर छा गईं। लेकिन ट्वीटर यूजर्स को पोपट राजा के साथ पीएम मोदी की ये तस्वीरें पसंद नहीं आयीं। ऐसे ही एक यूज़र ने इन तस्वीरों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए लिखा,  'देश गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, लाचारी सरीखी चुनौतियों से मर रहा है और पीएम मोदी फोटोशूट कराने में व्यस्त हैं। 

नौटंकी करते थकते नहीं क्या

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने पीएम से पूछा है कि आप नौटंकी करते नहीं थकते क्या? उन्होंने ट्विटर पर लिखा,  'देश की अर्थव्यवस्था का तोता उड़ाने के बाद, प्रधानमंत्री गुजरात में तोता उड़ाने पहुंचे है। खैर धन्य हो आपका ये 18-18 घंटे का फोटोशूट, आप नौटंकी करते-करते थकते नहीं है?'

वहीं एक अन्य यूजर @JaiHind39134143 ने लिखा, 'देश गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, कोरोना, लाचारी से मर रहा है। खुद को झूठा प्रधानसेवक बताने वाले फोटोशूट के मजे लेने में व्यस्त हैं। क्या 18 घंटे काम है? नहीं चाहिए ऐसे प्रधानमंत्री जो खुद की मौज मस्ती में व्यस्त रहें। अब कभी गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बात नहीं करते।

कोई कमी बची हो तो बताओ

ट्वीटर यूजर पूजा ने पूछा है कि देश में किसी प्रकार की कमी बची हो तो बताओ। उन्होंने लिखा, 'दोस्तों आज का शब्द है "तोता"! पक्षी बहुत अच्छा है और आजकल वैसे सरकार भी तोते उड़ा रही है- किसानों के तोते उड़ गए, बेरोजगारों के तोते उड़ गए, अर्थव्यवस्था के तोते उड़ गए, लोकतंत्र के तोते उड़ गए, रेलवे के तोते उड़ गए, एयर इंडिया के तोते उड़ गए, कोई कमी बची है तो बताओ।'

दरअसल, मोदी ने शुक्रवार को गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में 'स्टेचू ऑफ यूनिटी' के नजदीक नवनिर्मित आरोग्य वन, एकता मॉल और पोषक पार्क का उद्घाटन किया था। योग और आयुर्वेद को ध्यान में रखते हुए इस आरोग्य वन में 15 एकड़ में औषधीय पौधे लगे हैं जिनमें 380 प्रजाति के करीब पांच लाख पेड़ हैं। एकता मॉल में 20 एम्पोरियम हैं जो अलग-अलग राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं। 35 हजार स्क्वायर फुट में फैले इस मॉल में पारंपरिक हस्तकलाओं और उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है।