प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी बेहतर कैंडिडेट, लोग उन्हें अपना नेता मान चुके हैं, बदल गए पीके के सुर

कांग्रेस में शामिल न हो पाने के बाद लगातार हाईकमान पर अपना खीझ निकाल रहे थे प्रशांत किशोर, अब बदल गए उनके सुर, राहुल गांधी को बताया पीएम के लिए मजबूत दावेदार

Updated: Dec 16, 2021, 08:46 AM IST

Photo Courtesy: NDTV
Photo Courtesy: NDTV

नई दिल्ली। कांग्रेस में शामिल न होने के बाद लगातार हाईकमान के विरुद्ध अपनी खीझ निकाल रहे प्रशांत किशोर के सुर एक बार फिर बदल गए हैं। पीके ने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के लिए बेहतरीन कैंडिडेट हैं और पद के लिए मजबूत दावेदार हैं। पीके ने इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने राजनैतिक साथी नीतीश कुमार के साथ रिश्ते को लेकर भी बात की और अपनी खुद की पार्टी लॉन्च करने की ओर भी इशारा किया। 

पीके से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस पार्टी किसी गैर-गांधी नेतृत्व के बिना चल सकती है, तो उन्होंने कहा चल सकती है लेकिन अगर कांग्रेस के बाकी नेता भी ऐसा चाहें तो। साथ ही जब उनसे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में से किसी एक को चुनने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि लोग राहुल को पहले ही अपना नेता मान चुके हैं। ज्ञात हो कि हाल ही में पीके यह कह कर विवादों में घिर आए थे कि कांग्रेस पार्टी गांधी नेतृत्व के साथ कभी आगे नहीं बढ़ पाएगी। 

यह भी पढ़ें: भज्जी का कांग्रेस में शामिल होना तय, लुधियाना से लड़ सकते हैं चुनाव

इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर ने अपने पहले राजनैतिक क्लाइंट और मित्र नीतीश कुमार के बारे में बात की। उनसे जब पूछा गया कि वह कौन से नेता के साथ दोबारा काम करना चाहेंगे तो उन्होंने नीतीश कुमार का नाम लिया। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी नीतीश से बातचीत होती है, पीके ने कहा, ‘बातचीत तो होती रहती है।’ बता दें कि प्रशांत किशोर ने सितंबर 2018 में जेडीयू जॉइन कर के अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी लेकिन नीतीश कुमार के उनका साथ लंबा नहीं चला और कुछ ही समय में उन्होंने पार्टी और राजनीति दोनों ही छोड़ दी।

पीके ने उत्तर प्रदेश चुनावों के बारे में बात करते हुए कहा कि मुमकिन है भाजपा इसबार यूपी में 2017 के मुकाबले अधिक सीटें लाए। अंत में जब पीके से पूछा गया कि वह भविष्य में कौन सी राजनैतिक पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा जरूरी नहीं कि वह कोई मौजूदा पार्टी ही ज्वॉइन करें, वो अपनी नई पार्टी भी लॉन्च कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें: महंगाई के खिलाफ अमेठी में पदयात्रा करेंगे राहुल और प्रियंका, सरकार की विफल नीतियों के खिलाफ हल्ला बोल

बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद प्रशांत किशोर कांग्रेस जॉइन करना चाहते थे। उन्होंने रणनीतिकार का काम छोड़ने का भी ऐलान कर दिया था। उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस से इस बाबत संपर्क भी किया लेकिन बात नहीं बनी। बताया जाता है कि कांग्रेस हाईकमान ने एक बार तो उन्हें पार्टी में शामिल करने का मन बना भी लिया था। लेकिन पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पीके को भरोसेमंद नहीं समझा और अंत में हाईकमान ने उन्हें पार्टी में शामिल करने से मना कर दिया। इसके बाद से वे लगातार कांग्रेस हाईकमान को भला-बुरा कह रहे हैं।