जासूसी कांड के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लाएंगे राहुल गांधी, अन्य विपक्षी दलों का भी मिला समर्थन

मंगलवार को भी कांग्रेस के संसदीय दल के दफ्तर में राहुल गांधी और विपक्षी दलों के नेताओं के बीच बैठक हुई थी, जिसमें पेगासस जासूसी कांड के मसले पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लाए जाने की चर्चा हुई थी, इस बैठक में एनसीपी, डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस, शिवसेना और बीएसपी जैसे दलों के नेता भी मौजूद थे

Updated: Jul 28, 2021, 07:51 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड पर सरकार को घेरने के लिए राहुल गांधी बुधवार को संसद में स्थगन प्रस्ताव लेकर आएंगे। इसके लिए विपक्षी दलों के नेताओं ने भी राहुल गांधी को अपना समर्थन दिया है। राहुल लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लाएंगे ताकि जासूसी कांड के मसले पर सदन में चर्चा हो सके। 

स्थगन प्रस्ताव लाने पर चर्चा करने के लिए आज राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों के नेताओं के साथ एक मीटिंग भी की। इस मीटिंग में शिवसेना, डीएमके, आरजेडी, एनसीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित कुल 14 दलों के नेता शामिल हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक पेगासस जासूसी कांड के मसले पर चर्चा के लिए आज दस विपक्षी दलों के नेता स्थगन प्रस्ताव देंगे। जिसमें एक हस्ताक्षर राहुल गांधी का भी होगा।

लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव लाने के संबंध में मंगलवार को भी राहुल गांधी की विपक्षी दल के नेताओं के साथ बैठक हुई थी। यह बैठक कांग्रेस के संसदीय दल के दफ्तर में हुई थी। इस बैठक में विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं के साथ राहुल ने चर्चा की थी। राहुल की इस बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे। 

अधीर रंजन चौधरी के अलावा एनसीपी से सुप्रिया सुले, नेशनल कॉन्फ्रेंस से हसनैन मसूदी, शिवसेना से अरबद सावंत, आरसीपी के एनके रामचंद्रन, आईयूएमएल के मोहम्मद बशीर शामिल थे। टीएमसी का कोई भी नेता राहुल की इस बैठक में शामिल नहीं था। 

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पेगासस जासूसी कांड पर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। लेकिन सरकार इस जासूसी कांड पर चर्चा करने से बच रही है। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने इस मसले पर जांच के लिए दो सदस्यीय आयोग भी गठित कर दिया है। ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के तुरंत बाद ही पेगासस जासूसी कांड की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच किए जाने की मांग उठाई थी। 

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इजराइली कंपनी NSO द्वारा पेगासस स्पाइवेयर के जरिए भारत के कई पत्रकारों, नेताओं और जजों की फोन टैपिंग का खुलासा हुआ है। कथित तौर पर जिन लोगों को इस स्पाइवेयर का निशाना बनाया गया है, उनमें राहुल गांधी का नाम भी शामिल है। यहां तक कि खुद मौजूदा आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव समेत मोदी सरकार के कई मंत्रियों की फोन टैपिंग का दावा किया गया है। सीबीआई के पूर्व निदेशकों आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के फोन नंबर भी इस लिस्ट में शामिल हैं। उद्योगपति अनिल अंबानी का नाम भी इसी सूची में शामिल है।