देश को पीएम आवास की नहीं, सांस की ज़रूरत है, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर राहुल गांधी फिर आक्रामक

राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार को कोरोना को सही ढंग से नियंत्रत न करने को लेकर घेर रहे हैं, वे लगातार मोदी सरकार को इस महामारी से निपटने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन इन तमाम सुझावों पर मोदी सरकार ने अब तक उदासीन रवैया अपना रखा है

Updated: May 09, 2021, 09:32 AM IST

Photo Courtesy: The Financial Express
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नई दिल्ली। एक तरफ जहां देश कोरोना महामारी की मार झेल रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार का महवतकंक्षी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम जारी है। केंद्र सरकार का यह महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट लगातार विवादों में घिर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार को इस रवैए के लिए कोसा है। 

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राहुल गांधी ने कहा है कि इस समय देश को पीएम आवास की ज़रूरत नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि इस वक्त ज़रूरी यह है कि लोगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था हो सके। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए।' 

राहुल गांधी लगातार कोरोना को नियंत्रित करने में मोदी सरकार के उदासीन रवैये और नाकामी पर से पर्दा उठाते रहे हैं। राहुल गांधी ने महामारी की मार से बचने के लिए संपूर्ण लॉकडाउन और कांग्रेस की न्याय योजना को लागू कर गरीबों के खाते में पैसे डालने तक का सुझाव मोदी सरकार को दिया। लेकिन मोदी सरकार ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की। 

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उधर मेडिकल जर्नल लैंसेट ने भी मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है। लैंसेट का कहना है कि मोदी सरकार ध्यान कोरोना को काबू करने के बजाय अपनी आलोचनाओं को रोकने में मग्न है। शिवसेना ने भी अपने मुखपत्र सामना में कहा है कि एक तरफ भारत को गरीब देशों से मदद लेनी पड़ रही है।दूसरी तरफ मोदी सरकार सेंट्रल विस्टा में व्यस्त है। शिवसेना ने कहा है कि यह न सिर्फ दुखद बल्कि आश्चर्यजनक भी है।