नीतीश के संकटमोचक ललन सिंह बने JDU के नए अध्यक्ष, कार्यकारिणी की बैठक में हुआ फैसला

आरसीपी सिंह ने दिया जेडीयू चीफ के पद से इस्तीफा, नीतीश ने सौंपी अपने पुराने साथी को कमान, केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराज चल रहे थे ललन सिंह

Updated: Jul 31, 2021, 01:45 PM IST

Photo Courtesy: TV9
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पटना। जेडीयू में चल रही आंतरिक गुटबाजी के बीच बिहार सीएम नीतीश कुमार ने अपने पुराने संकटमोचक ललन सिंह को पार्टी का कमान सौंप दिया है। कार्यकारिणी की बैठक के दौरान ललन सिंह को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया गया है। इसके पहले कार्यकारिणी बैठक के दौरान मोदी कैबिनेट में शामिल होने वाले आरसीपी सिंह से अध्यक्ष पद से इस्तीफा लिया गया।

जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज नई दिल्ली में संपन्न हुई। इसके लिए सीएम नीतीश खुद दिल्ली आए थे। बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह, सांसद ललन सिंह समेत कई प्रदेश के अध्यक्ष व सांसद मौजूद थे। इस दौरान नीतीश कुमार की मौजूदगी में आरसीपी सिंह ने इस्तीफा दिया और कार्यकारिणी ने ललन सिंह के नाम पर मुहर लगाई।

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ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेताओं में से एक हैं। माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना नीतीश की मजबूरी हो गई थी। चूंकि जेडीयू ने जब केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने का निर्णय लिया तब ललन सिंह मंत्री बनने के सबसे बड़े दावेदार थे। हालांकि, तब खबर थी कि जेडीयू कोटे से दो नेताओं को एडजस्ट किया जाएगा। ऐसे में अबतक राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने वाले आरसीपी सिंह भी दावेदार थे। 

बताया जाता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते केंद्र से डील करने की जिम्मेदारी आरसीपी सिंह की थी। हालांकि, बीजेपी ने जब जेडीयू कोटे से सिर्फ एक मंत्री बनाने की तब आरसीपी सिंह ने अपना नाम आगे कर दिया। कहा तो ये भी जाता है कि नीतीश कुमार तक को इस बात का अंदाजा नहीं था। इसी बात को लेकर ललन सिंह की नाराजगी की खबरें सामने आई। उन्होंने जेडीयू के सार्वजनिक बैठकों में भी आना बंद कर दिया था। 

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इस दौरान पार्टी के भीतर से ये बात सामने आने लगी की आरसीपी सिंह ने जेडीयू को हाईजैक कर लिया है। साथ ही जेडीयू के सामने जातिगत वोटबैंक की भी चुनौती सामने थी। चूंकि, नीतीश कुर्मी और आरसीपी सिंह कोइरी जाती के हैं, इसलिए जेडीयू को लव-कुश की पार्टी कहा जाने लगा। ऐसे में नाराज चल रहे सवर्णों को बांधे रखने के लिए भी ललन सिंह को नेता बनाना सीएम नीतीश की मजबूरी हो गई थी। 

ललन सिंह का असली नाम राजीव रंजन सिंह हैं। भूमिहार समुदाय से आने वाले ललन सिंह वर्तमान में मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। वे जेडीयू के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। ललन सिंह जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने जेपी आंदोलन के समय राजनीति में कदम रखा था और नीतीश कुमार के राजनीतिक करियर के सबसे सच्चे साथी साबित हुए हैं।