मां दुर्गा का जिक्र कर राजनाथ ने की इंदिरा गांधी की तारीफ, बोले- उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ जीत दिलाई

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई कॉपरेशन ऑर्गनाइजेशन के सेमिनार में इंदिरा गांधी का गुणगान किया, महिलाओं की भूमिका पर बोले- सरस्वती ज्ञान, बुद्धि और शिक्षा की देवी हैं तो मां दुर्गा रक्षा, शक्ति, विनाश और युद्ध की देवी हैं

Updated: Oct 14, 2021, 12:26 PM IST

नई दिल्ली। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जमकर तारीफ की है। राजनाथ सिंह ने आज जहां मां दुर्गा को रक्षा और युद्ध का देवी बताया वहीं इंदिरा गांधी को लेकर कहा कि उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल पाकिस्तान को हराया बल्कि नया देश बांग्लादेश का जन्म हुआ। महानवमी के दिन आज राजनाथ ने इंदिरा गांधी के अलावा कांग्रेस नेता व पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के योगदान को भी याद किया।

दरअसल, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शंघाई कॉपरेशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा आयोजित "महिलाओं की भूमिका" विषय पर एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पालक और रक्षक के तौर पर सदियों से महिलाएं भूमिका निभाती आ रही है। सिंह ने कहा, 'सरस्वती ज्ञान, बुद्धि और शिक्षा की देवी हैं तो मां दुर्गा रक्षा, शक्ति, विनाश और युद्ध की देवी हैं। भारत उन देशों में शामिल है जिन्होंने सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी के लिए जल्द पहल की और महिलाओं की भर्ती स्थायी कमीशन के रूप में सेना में होने लगी है।'

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राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि, 'देश की रक्षा और लोगों के अधिकारों के लिए इतिहास में महिलाओं के हथियार उठाने के अनेक उदाहरण हैं। रानी लक्ष्मीबाई उनमें सबसे प्रमुख हैं। भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने न केवल कई सालों तक देश की कमान संभाली, बल्कि युद्ध के समय भी मजबूत नेतृत्व दिया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 1971 की जंग जीती थी और एक नया देश, बांग्लादेश बना था।'

राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का भी जिक्र किया और कहा कि राष्ट्रीय विकास में महिला शक्ति की भूमिका को लेकर भारत का अनुभव सकारात्मक रहा है। उन्होंने कहा, 'कुछ साल पहले प्रतिभा पाटिल भारत की राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर थीं। महिलाएं 100 साल से अधिक समय से भारतीय सैन्य नर्सिंग सेवा में गौरव के साथ सेवाएं दे रही हैं। भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की भर्ती 1992 में शुरू हुई थी। अब सेना की अधिकतर शाखाओं में महिला अधिकारियों की भर्ती की जाने लगी है।'