वायु प्रदूषण की मार झेल रहे दिल्ली में कोरोना मरीज़ों तादाद बढ़ी, ICU बिस्तरों की संख्या में हुई कमी

दिल्ली-एनसीआर में हवा की हालत बहुत खराब है। जिससे अस्पतालों में सांस लेने की समस्या से जूझ रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसके अलावा अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है।

Updated: Nov 08, 2020, 09:27 PM IST

Photo Courtesy: ABP News
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस और बढ़ते वायु प्रदूषण की दोहरी मार झेल रहे दिल्ली के अस्पतालों में खाली बिस्तर तेजी से भरते जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ओपीडी में मरीजों की संख्या में ब़ढ़ोतरी हो रही है। वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में वेंटिलेटर की सुविधा वाले आईसीयू बिस्तरों में भी कमी देखी जा रही है।

विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में हवा की हालत बहुत खराब है। जिससे अस्पतालों में सांस लेने की समस्या से जूझ रहे मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसके अलावा अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। क्योंकि लोग नियम ताक पर रखकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं। आरएमएल अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक राणा एके सिंह ने बताया कि हमारे कोविड और गैर कोविड वार्ड पूरी तरह भर गए हैं।

सिंह ने बताया कि तत्काल आईसीयू बिस्तरों की व्यवस्था करना संभव नहीं है क्योंकि इसके लिए लोग और उपकरण चाहिए होते हैं। दिल्ली सरकार की वेबसाइट के अनुसार, शनिवार शाम साढ़े छह बजे तक वेंटिलेटर वाली सुविधाओं 1253 आईसीयू बिस्तरों में से केवल 250 ही खाली थे। जहां सेंट स्टीफन अस्पताल में एक भी बिस्तर खाली नहीं था वहीं मैक्स अस्पताल में चार, सर गंगाराम में 16, आरएमएल अस्पताल में 6 बिस्तर खाली थे। इसके अलावा लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सात बिस्तर खाली थे।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में पहली बार सात हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आये। जिसके बाद कोरोना के मरीजों की संख्या 4.23 लाख से अधिक हो गई और 64 और लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। इसी के साथ ही कोरोना के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हजार आठ सौ से ज्यादा हो गई। जो एक चिंताजनक बात है।

इसी बीच एम्स के डायरेक्टर गुलेरिया ने यह कहकर चिंता और बढ़ा दी है कि यह महामारी एक साल और रह सकती है। दिल्ली में हाल के दिनों में कोरोना के मरीज़ों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन गई है। दिल्ली इन दिनों प्रदूषण और कोरोना दोनों ही परेशानियों से एक साथ जूझ रही है। लोगों को डॉक्टरों से घरों से ना निकलने की सलाह दी है।