अडानी हिंडनबर्ग मामले में एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक, 13 शेल कंपनियों के मालिकों का पता नहीं

रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी समूह की कंपनियों में गैरकानूनी तरीके से किए गए निवेश के सबूत नहीं मिले हैं। SEBI को और जांच करना चाहिए।

Updated: May 19, 2023, 05:07 PM IST

नई दिल्ली। अडानी-हिंडनबर्ग मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ संदिग्ध चीजें हैं जिनकी जांच SEBI को तय करनी चाहिए। रिपोर्ट में 13 शेल कंपनियों का भी जिक्र है, जिसके मालिकों का पता नहीं चल सका है। हालांकि, सबूतों के अभाव में गौतम अडानी बचते नजर आ रहे हैं।

एक्सपर्ट कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट 6 मई को सौंप दी थी, जिसे आज सार्वजनिक किया गया।
रिपोर्ट में कहा कि अडानी समूह ने पहली नज़र में किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है। साथ ही अडानी समूह की कंपनियों में गैरकानूनी तरीके से किए गए निवेश के सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन, अपनी रिपोर्ट में SC की एक्सपर्ट कमेटी का ये भी कहना है कि कुछ संदिग्ध चीजें हैं जिनकी जांच SEBI को तय करनी चाहिए।

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रिपोर्ट के मुताबिक, 'अडानी समूह के शेयरों में आर्टिफिशियल ट्रेडिंग का भी कोई पैटर्न नहीं मिला है।
सेबी को उन 13 विदेशी संस्थाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं मिली थी। जिनपर अडानी मामले में आरोप लगे हैं। सेबी ये तय करे कि अब इन संस्थाओं की जांच कैसे होनी चाहिए। 2020 से इन विदेशी कंपनियों की जांच की जा रही थी, लेकिन SEBI अब तक उनके मालिकों के बारे में पता नहीं कर पाई।'

कमेटी की सौंपी गई जांच रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसे इस रिपोर्ट के विश्लेषण के लिए समय चाहिए। कमेटी की रिपोर्ट पक्षकारों को भी दी जाएगी। मामले पर अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी। उधर, रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस ने पीएम मोदी और अडानी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर किए हैं, जिसमें पीएम मोदी और गौतम अडानी की निकटता प्रदर्शित की गई है।