शॉर्ट नोटिस पर शेख हसीना ने मांगी थी भारत आने की अनुमति, संसद में बांग्लादेश हिंसा पर बोले जयशंकर
बांग्लादेश की स्थिति पर विदेश मंत्री ने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक सरकार ढाका में अधिकारियों के संपर्क में है। साथ ही उन्होंने बताया कि 19,000 भारतीय अभी भी वहां फंसे हुए हैं।
नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंसा और राजनीतिक संकट के बीच केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में बयान दिया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। वहां के हालात पर भारत सरकार की नजर है।
जयशंकर ने आगे कहा कि बांग्लादेश में लोग सड़कों पर हैं। वहां हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। यह चिंता की बात है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसके बाद हालात बिगड़े। उन्होंने यह भी बताया कि इस्तीफे के बाद शेख हसीना ने शॉर्ट नोटिस पर भारत आने की इजाजत मांगी थी। इसके बाद भारत सरकार ने उनके आने की व्यवस्था की।
विदेश मंत्री ने आगे कहा कि भारत सरकार बंग्लादेश में अपने नागरिकों के संपर्क में है। इस वक्त वहां करीब 19 हजार भारतीय मौजूद हैं, जिनमें से 9000 छात्र हैं। वहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश में जो भी सरकार बने उनसे मांग है कि भारत के हाई कमीशन की सुरक्षा की जाए।
विदेश मंत्री ने कहा कि ढाका के इंडियन हाई कमिश्नर और चिटगांव के एसोसिएट हाई कमिश्नर हमें लगातार रिपोर्ट भेज रहे हैं। हम बांग्लादेश में अल्पंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बीते 24 घंटे के दौरान वहां काफी कुछ बदल गया है। यह बहुत ही संवेदनशील मसला है। हम सदन से इस मसले पर सहयोग चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे बॉर्डर पर चौकसी बरती जा रही है और BSF को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। हम ढाका प्रशासन के संपर्क में है। भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।