ये मोहन भागवत को भी दिखा दीजिए: सावरकर का माफीनामा लहराकर बोले राहुल गांधी
विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी। उन्होंने गांधी, नेहरू, पटेल सबको धोखा दिया। अंग्रेजों को पत्र लिखकर कहा कि मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं: राहुल गांधी

नई दिल्ली। विनायक दामोदर सावरकर द्वारा ब्रिटिश काल में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लिखी गई माफीनामे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने बयान पर अडिग हैं। राहुल गांधी ने आज सावरकर द्वारा अंग्रेजों को लिखी हुई चिट्ठी भी पढ़कर सुनाई। राहुल गांधी ने सावरकर की चिट्ठी दिखाते हुए उसकी आखिरी लाइन भी पढ़ी। राहुल ने कहा सावरकर ने लिखा था, 'सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं।'
सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा - सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं।
— Congress (@INCIndia) November 17, 2022
- श्री @rahulgandhi pic.twitter.com/1sKszyDXR0
राहुल गांधी ने सावरकर का माफीनामा लहराते हुए कहा कि ये मोहन भागवत को दिखा दीजिए। अगर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस देखना चाहते हैं तो वो भी देख लें। सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी। मैं बहुत क्लियर हूं। सावरकर ने डर की वजह से अंग्रेजों से माफी मांगी, लेकिन गांधीजी, नेहरू और पटेल ने कभी ऐसा नहीं किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि, 'इस देश में एक ओर सावरकर और दूसरी ओर गांधी के विचारों की लड़ाई है। मेरी राय है कि सावरकर ने डर की वजह से चिट्ठी पर साइन किया तो वहीं नेहरू, पटेल गांधी सालों जेल में रहे, कोई चिट्ठी साइन नहीं की। सावरकर के चिट्ठी पर साइन करना हिंदुस्तान के सभी नेताओं के साथ धोखा था। अगर सावरकर डरते नहीं तो कभी हस्ताक्षर नहीं करते।'
LIVE: Shri @RahulGandhi addresses media in Akola district, Maharashtra. #BharatJodoYatra https://t.co/BSgTiimsMK
— Congress (@INCIndia) November 17, 2022
सहयोगी दलों से इस मुद्दे पर मतभेद को लेकर राहुल गांधी ने कहा, 'अगर कोई अपनी विचारधारा आगे रखना चाहता है, तो उन्हें ऐसा करना ही चाहिए। लेकिन इस खत पर दस्तखत करने की वजह से सावरकर जी के बारे में मेरे विचार ऐसे हैं। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और वल्लभभाई पटेल ने तो सालों जेल में बिताए, लेकिन उन्होंने कभी ऐसे खत पर दस्तखत नहीं किए।'
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कांग्रेस पार्टी भी राहुल गांधी के बयान का समर्थन करती नज़र आई। पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को ही गुजरात में कहा, 'यह सच्चाई है... सावरकर ही थे, जिन्होंने ब्रिटिश से माफी मांगी थी, और देश को अंग्रेज़ों के हाथ बेच दिया था... मैं भी यही कहूंगा।'
वहीं राहुल गांधी द्वारा सावरकर की माफी वाली चिट्ठी दिखाई जाने पर विनायक दामोदर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने नाराजगी जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सावरकर का अपमान किया गया। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के खिलाफ मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएंगे।