वायनाड में उपचुनाव कराने की कवायद शुरू, निर्वाचन आयोग पर कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस पार्टी ने सवाल किया कि निर्वाचन आयोग ने कोर्ट में अपील लंबित रहते ही अदालत के फैसले के बारे में कैसे जान लिया।

Updated: Jun 08, 2023, 04:10 PM IST

वायनाड। केंद्रीय चुनाव आयोग ने वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य करार दिए जाने के बाद से यह सीट खाली थी। चुनाव आयोग के इस कदम पर कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग ने कोर्ट में अपील लंबित रहते ही अदालत के फैसले के बारे में कैसे जान लिया।

दरअसल, कोझिकोड के डिप्टी कलेक्टर द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी की हैसियत से पांच जून को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को भेजे गए एक पत्र में कहा गया था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीए) और वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) प्रणालियों के सत्यापन के बाद मॉक पोल वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव से पहले सात जून को कराया जाएगा।

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हैरानी की बात ये है कि आयोग ने यह कदम ऐसे वक्त उठाया है, जब दोषसिद्धि पर रोक लगाने संबंधी राहुल की याचिका खारिज करने के सूरत सत्र अदालत के आदेश के खिलाफ उनकी पुनर्विचार अर्जी गुजरात उच्च न्यायालय में लंबित है। ऐसे में यदि कोर्ट राहुल गांधी को आरोपमुक्त करती है तो निर्वाचन आयोग की जल्दीबाजी के कारण राहुल गांधी की सदस्यता दोबारा बहाल करने में समस्या उत्पन्न होगी।

निर्वाचन आयोग के फैसले पर कांग्रेस ने निशाना साधते हुए कहा कि आयोग के कदम के पीछे एक रहस्य है। पार्टी ने सवाल किया कि आयोग ने अपील के लंबित रहते अदालत के फैसले के बारे में पहले ही कैसे जान लिया। कोझिकोड जिला कांग्रेस कमेटी के प्रमुख प्रवीण कुमार ने कहा, ‘राहुल की अर्जी पर उच्च न्यायालय का फैसला आने से पहले ही वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यह रहस्यमय और संदेहास्पद है।'

कांग्रेस विधायक ने उपचुनाव कराए जाने के निर्णय को प्रतिशोध की राजनीति का हिस्सा करार दिया है।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं विधायक मैथ्यू कुझलनदान ने कहा कि देश के लोग जानना चाहते हैं कि किस प्राधिकार के निर्देश पर निर्वाचन आयोग ने वायनाड लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए काम करना शुरू किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कदम के पीछे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ है। 

मैथ्यू कुझलनदान ने कहा कि जब से राहुल ने लोकसभा में दिये एक भाषण में अडाणी समूह के साथ संदिग्ध लेनदेन को उजागर किया है, केंद्र की भाजपा सरकार उनके (राहुल के) खिलाफ जल्दबाजी में कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि राहुल के निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव कराना भी उनके खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति का हिस्सा है।