3167 हुई भारत में बाघों की संख्या, दुनिया के 75 फ़ीसदी बाघ भारत में

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि 2006 में देश भर में 1411 बाघ थे और इसके बाद से ही बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है

Updated: Apr 12, 2023, 07:20 PM IST

नई दिल्ली। भारत में बाघों की संख्या तीन हज़ार के पार पहुंच गई है। इसकी पुष्टि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अधिकारी ने की है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक भारत में बाघों की कुल संख्या 3,167 हो गई है। 

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के सदस्य सचिव एसपी यादव ने मीडिया को बताया कि दुनिया भर में बाघों की संख्या 4 हज़ार से 4500 के बीच है। इन बाघों में से अकेले भारत में 3167 बाघ हैं। जिसका मतलब है कि भारत के पास दुनिया भर में बाघों संख्या की तुलना में 75 फ़ीसदी बाघ हैं। 

एसपी यादव ने कहा कि भारत में बाघों की संख्या में वृद्धि बता रही है कि बाघ अच्छी संख्या में बढ़ रहे हैं जोकि सकारात्मक पहलू है। यह वाकई गर्व का विषय है कि भारत बाघों की आबादी के मामले में सबसे बड़ा देश है।

भारत में बाघों की गणना पहली बार 2006 में शुरु हुई थी। उस वर्ष भारत में कुल 1411 बाघ थे। इसके बाद से ही हर चार वर्ष पर बाघों की गिनती होती रही है। 2018 में बाघों की संख्या 2967 पहुंच गई और अगले चार वर्षों में बाघों की संख्या में 200 का इज़ाफ़ा हुआ जिसके बाद 2022 में हुई गणना में भारत में कुल 3167 बाघ पाए गए। 

एक समय में भारत में बाघों की अच्छी ख़ासी संख्या हुआ करती थी। 1875 से 1925 के बीच भारत में कुल 80 हज़ार बाघ मारे गए थे। भारत में बाघों को बचाने की क़वायद सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा शुरु की गई। उन्होंने ही 1973 में भारत मे ंप्रोजेक्ट टाइगर नाम से अभियान शुरु किया था। इसके बाद से ही बाघों को संरक्षित करने के तमाम प्रयास शुरु किए जाने लगे।

बीते रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोजेक्ट टाइगर अभियान के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत ने न सिर्फ़ बाघों को संरक्षित किया है बल्कि उनके लिए जीने का अनुकूल वातावरण भी तैयार किया है। 

 

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