मोदी के गढ़ में NSUI की प्रचंड जीत, ABVP का सूपड़ा साफ, कांग्रेस बोली- बदलाव की तारीख लिखेगी यह जीत

प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने सभी सीटों पर लहराया परचम

Updated: Apr 12, 2021, 03:55 AM IST

Photo Courtesy: Twitter
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वाराणसी। बीजेपी की छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में करारा झटका लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ मानेजाने वाले वाराणसी शहर के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की है। इस चुनाव में एनएसयूआई की प्रचंड जीत और एबीवीपी का सूपड़ा साफ होने के बाद कांग्रेस में उत्साह का माहौल है।

छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री जैसे सभी प्रमुख पदों पर जीत हासिल की है। बीजेपी समर्थित एबीवीपी किसी भी पद पर जीत हासिल करने में नाकाम रही। इतना ही नहीं भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने विश्वविद्यालय के सभी सात संकायों पर भी कब्जा जमाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर कृष्णमोहन शुक्ल, उपाध्यक्ष पद पर अजीत चौबे, महामंत्री पद पर शिवम चौबे और पुस्तकालय मंत्री के पद पर आशुतोष कुमार मिश्रा को जीत मिली है।

अभी किला छीना है जल्द ही पूरा यूपी छीनेंगे- नीरज कुंदन

एनएसयूआई की इस जीत को लेकर छात्र संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने हर्ष जताते हुए कहा है कि अभी तो सिर्फ किला छीना है, जल्द ही पूरा उत्तर प्रदेश छीनेंगे। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी की हार करार दिया है। नीरज कुंदन ने कहा, 'यह जीत उन तमाम छात्रों की जीत है, जिन्होंने एनएसयूआई के उम्मीदवारों पर विश्वास जताया। यह एबीवीपी की हार नहीं है बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हार है। क्योंकि वाराणसी को मोदी का गढ़ कहा जाता था। एनएसयूआई ने मोदीजी से उनका किला छीना है जल्द ही हम बीजेपी से पूरा उत्तरप्रदेश छीनेंगे।'

बदलाव की तारीख लिखेगी यह जीत- अजय लल्लू

उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि यह जीत आने वाले समय में बदलाव की तारीख लिखेगी। उन्होंने ट्वीट किया, 'पीएम के संसदीय क्षेत्र में काशी विद्यापीठ के शानदार जीत के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई की धमाकेदार जीत गांधी के विचारधारा की जीत है। यह जीत आने वाले वक्त में बदलाव की तारीख लिखेगी।' 

कांग्रेस ने इस जीत पर हर्ष जताते हुए कहा है कि सत्य और अहिंसा की हमेशा जीत होती है। राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडिल से ट्वीट किया, 'हमारे छात्र संगठन NSUI को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में शानदार विजय के लिए हार्दिक बधाई। NSUI की इस विजय ने साबित किया है कि नफरत और हिंसक विचारधाराएं लाख षड्यंत्र रच ले, लेकिन अंत में सत्य और अहिंसा ही विजय होती है।' 

काशी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में भी ABVP की करारी हार

बता दें कि अभी हाल ही में पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की एक और यूनिवर्सिटी में ABVP का सूपड़ा साफ हुआ था। फरवरी के महीने में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में भी छात्रसंघ चुनाव हुए थे। इसमें भी एनएसयूआई ने एबीवीपी को धूल चटाते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। काशी विद्यापीठ की चार सीटों में तीन पर एनएसयूआई ने कब्जा जमाया था वहीं एक सीट पर समाजवादी पार्टी के छात्र संगठन को जीत मिली थी। इतना ही नहीं यहां भी आठ संकायों में से छः पर एनएसयूआई ने परचम लहराया था।

प्रियंका गांधी की सक्रियता का नतीजा

एबीवीपी की इस करारी हार को लेकर सियासी गलियारों में तरह-तरह के मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार का युवाओं को रोजगार देने में विफ़लता का यह नतीजा है जो उनके क्षेत्र में एनएसयूआई की जीत की कहानी लिख रही है। वाराणसी में एक के बाद एक छात्रसंघ चुनावों में एबीवीपी की हार इसी का नतीजा है। वहीं एक धड़ा यह भी मानता है कि हाल के दिनों में प्रियंका गांधी पूर्वांचल में जिस तरह से सक्रिय रहीं हैं यह उसका नतीजा है। माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी की मेहनत का नतीजा छात्रसंघ चुनावों में दिख रहा है।