हमें मिलकर इस प्राकृतिक आपदा का सामना करना होगा, राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से की राहत कार्य में मदद की अपील

कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं सभी पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि राहत कार्य में मदद करें।

Updated: Jul 10, 2023, 07:42 PM IST

नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में बीते दो दिन से मॉनसून की बारिश से मुश्किलें बढ़ गई हैं। इन इलाकों में बारिश के कारण अलग-अलग हादसों में 34 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज़्यादा तबाही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हुई है। हिमाचल में 20, उत्तराखंड में 9 और दिल्‍ली में 5 लोगों की मौत हुई है। आफत की बारिश के कारण हुई इन मौतों पर राहुल गांधी ने शोक जताई है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से इस भीषण आपदा में राहत कार्यों में लोगों की मदद करने की अपील की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'भीषण बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोकसंतप्त परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि राहत कार्यों में वो प्रशासन की सहायता करें। इस प्राकृतिक आपदा की कठिन चुनौती का हम सभी को मिल कर सामना करना है।'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं से आपदाग्रस्त जगहों पर लोगों की हरसंभव मदद करने की अपील की है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई लोगों की मृत्यु की दुखद खबर मिली। सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। आपदा की इस मुश्किल घड़ी में हम सब एकजुट हैं। मैं सभी बहनों-भाईयों के सकुशल एवं सुरक्षित होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से अपील है कि आपदाग्रस्त जगहों पर लोगों की हरसंभव मदद करें व राहत एवं बचाव कार्यों में सहयोग करें।'

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। हिमाचल के कुल्लू, मनाली और मंडी में कई जगह भूस्खलन की घटनाएं हुई, जिससे चंडीगढ़-मनाली हाइवे का एक हिस्सा भी बह गया. हिमाचल में भारी बारिश से 700 से ज़्यादा सड़कें बंद हैं। हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिस तरह से बारिश हुई है उससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। खासकर बुनियादी ढांचे, सड़क, पानी और सिंचाई की सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। इसके साथ ही किसानों के खेतों के साथ-साथ लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस और प्रशासन लोगों को बचाने के लिए बेहतरीन काम कर रहा है। तीन दिनों में 9 लोगों की जान गई है। लगभग 250 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।