चुनाव के बाद कराएंगे जनगणना और परिसीमन, महिला आरक्षण पर लोकसभा में बोले अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि इस बिल के पारित होने से महिलाओं के अधिकारों की लंबी लड़ाई खत्म हो जाएगी। कल का दिन भारतीय संसद के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
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नई दिल्ली। महिला आरक्षण विधेयक को लेकर बुधवार को लोकसभा में पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार नए सेंसस और परिसीमन का इंतजार क्यों कर रही है। सरकार ने जानबूझकर महिला आरक्षण टालना चाहती है। इसे तत्काल लागू किया जाना चाहिए। हालांकि, गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल के सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि चुनाव के बाद ही जनगणना और परिसीमन कराई जाएगी इसके बाद महिलाओं को आरक्षण दिया जाएगा।
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि चुनाव के बाद जनगणना और परिसीमन दोनों होगा, बहुत जल्द समय आएगा कि एक तिहाई माताएं-बहनें सदन में होंगी। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल युग बदलने वाला विधेयक है। कल का दिन भारतीय संसद के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। कल के दिन वर्षों से जो लंबित था वो महिलाओं को अधिकार देने का बिल सदन में पेश हुआ। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साधुवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान, समान भागीदारी सरकार की जीवन शक्ति रही है।
अमित शाह ने कहा कि इस बिल के पारित होने से महिलाओं के अधिकारों की लंबी लड़ाई खत्म हो जाएगी। कुछ पार्टियों के लिए महिला सशक्तिकरण एक राजनीतिक एजेंडा हो सकता है, कुछ पार्टियों के लिए महिला सशक्तिकरण का नारा चुनाव जीतने का एक हथियार हो सकता है लेकिन भाजपा के लिए महिला सशक्तिकरण राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि मानवता का सवाल है। ओबीसी सचिव को लेकर राहुल गांधी के बयान पर अमित शाह ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि देश सचिव चलाते हैं, जबकि हमारा मानना है कि देश सरकार चलाती है।
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शाह ने कहा कि OBC आरक्षण, परिसीमन का मुद्दा या जनगणना को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, मैं सबका जवाब देता हूं। सबसे पहला जवाब विद्यमान संविधान में तीन तरह के सांसद आते हैं, जो सामान्य, SC और ST कैटेगरी से आते हैं। ये तीनों कैटेगरी में हमने महिलाओं का 33% आरक्षण कर दिया है। अब एक तिहाई सीटों को आरक्षित करना है तो वह सीट कौन तय करेगा? हम करें? अगर वायनाड आरक्षित हो गया तो आप कहेंगे हमने राजनीति की है।
अमित शाह ने आगे कहा कि कुछ लोगों ने आज सोशल मीडिया पर भूमिका बनाना शुरू किया है। कुछ लोग कह रहे हैं कि इस विधेयक का समर्थन मत करो, क्योंकि इमसें ओबीसी, मुसलमानों का आरक्षण नहीं है। लेकिन मैं कहता हूं कि क्या आप समर्थन नहीं करोगो तो क्या जल्दी आरक्षण आ जाएगा। ये 2029 के बाद आएगा। अगर समर्थन कर दिया तो एक गारंटी हो गई। फिर जो सरकार आएगी, जो बदलाव करेगी वो भी शामिल होगा। एक बार श्रीगणेश तो करो।