World Chocolate Day 2020: हर दिल अजीज है चॉकलेट

4 हजार साल पहले अस्तिव में आई चाकलेट, अमेरिका से यूरोप पहुंची और पूरी दुनिया में पंसद की जाने लगी

Publish: Jul 08, 2020, 06:17 AM IST

आज वर्ल्ड चॉकलेट डे है। चॉकलेट...जिसे देख कर हर किसी का मन ललचा जाता है। चाहे आप किसी भी उम्र के क्यों ना हों, खुद को चाकलेट के स्वाद से दूर नहीं रख सकते। ये खाने में तो टेस्टी तो लगती ही है, साथ ही शरीर को भी कई तरह से फायदा पहुंचाती है।

4 हजार साल पहले दुनिया में आई चॉकलेट

सात जुलाई को वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाता है। इस साल चाकलेट डे की रौनक कोविड 19 की वजह से थोड़ी फीकी दिखाई दे रही है। पहली बार सन 1550 में सात जुलाई को यूरोप में चॉकलेट डे मनाया गया था। जिसके बाद ये पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा। जानकारों का कहना है कि पहले चॉकलेट का स्वाद तेज और तीखा होता था। लेकिन वक्त के साथ साथ इसपर हुए एक्सपेरिमेंट्स ने इसका टेस्ट और रंगरुप बदल दिया।

पहली बार अमेरिका में मिले थे चॉकलेट के बीन्स

चॉकलेट करीब चार हजार साल पहले दुनिया में आई थी। पहली बार चॉकलेट का पेड़ अमेरिका में देखा गया था। वहां जंगलों में चॉकलेट के पेड़ की बीन्स के बीज से चॉकलेट बनाई गई। सबसे पहले अमेरिका और मैक्सिको ने चॉकलेट पर प्रयोग किया था। कहा जाता है कि सन 1528 में स्पेन के राजा ने मैक्सिको पर कब्जा कर लिया। वहां राजा को कोको बहुत अच्छा लगा था। इसके बाद राजा कोको के बीज मैक्सिको से स्पेन ले गया। जिसके बाद वहां चॉकलेट चलन में आ गई।

अमेरिका से यूरोप आकर बदल गया चॉकलेट का स्वाद

सन 1828 में एक डच केमिस्ट कॉनराड जोहान्स वान हॉटन ने कोको प्रेस नाम की मशीन बनाई थी। उस मशीन से उन्होंने चॉकलेट का तीखापन दूर किया था। इसके बाद सन 1848 में ब्रिटिश चॉकलेट कंपनी जे.एर फ्राई एंड संस ने पहली बार कोको में बटर, दूध और चीनी मिलाकर पहली बार इसे सख्त बनाकर चॉकलेट का का स्वरूप दिया।

चॉकलेट एक, फायदे अनेक

पूरी दुनिया में चॉकलेट बड़े शौख से खाई जाती है। इसे खाने के कई फायदे हैं। इसमें ऑक्सीडेटिव होता जिससे तनाव कम होता है, डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल पाया जाता है जो दिल की सेहत कि लिए अच्छा माना जाता है। रिसर्च के अनुसार चॉकलेट मेंटल हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है, इससे मूड अच्छा होता है। डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल होता है, जो शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। शरीर के बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि अगर आप तय मात्रा में रेग्यूलर चॉकलेट खाते हैं वजन कम रखा जा सकता है। चॉकलेट के नेचुरल केमिकल्स हमारे मूड को बेहतर बनाते हैं। चॉकलेट में मौजूद ट्रीप्टोफैन हमें खुश रखते हैं। इससे दिमाग में इंडॉरफिन के लेवल को प्रभावित करता है जिससे हमें खुशी का अहसास होता है।