गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने वाली इंडियन एयरफोर्स की पहली महिला फाइटर पायलट बनीं भावना कांत

भावना कांत: हर साल मैं गणतंत्र दिवस परेड टीवी पर देखती थी, अब खुद इस परेड का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व की बात है

Updated: Jan 26, 2021, 12:18 PM IST

Photo Courtesy: Doordarshan
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एक बार जो फैसला कर लिया उस पर हर हाल में डटे रहना चाहिए, चाहे कोई कुछ भी कहे, की सोच रखने वाली भावना कांत ने एक और इतिहास रच दिया है। वे भारतीय गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाली पहली महिला पायलट बनी हैं। वे फाइटर प्लेन उड़ाने वाली तीन महिला पायलट्स में से एक हैं।

 फाइटर पायलट भावना कांत गणतंत्र दिवस परेड में इंडियन एयरफोर्स (IAF) की झांकी का हिस्सा थीं। यह झांकी ‘मेक इन इंडिया’ थीम पर आधारित थी। वायुसेना की इस झांकी में LCA तेजस, लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर, रोहिणी रडार, आकाश मिसाइल और सुखोई 30MKI के मॉडल प्रदर्शित किए गए थे।

 

गौरतलब है कि भावना वायुसेना के वॉर मिशन में दिन के समय में फाइटर जेट उड़ाने में महारत हासिल करने वाली पहली महिला फाइटर पायलट भी हैं। भावना ने यह उपलब्धि मई 2019 में अपने नाम की थी।

साल 2016 में तीन महिलाओं ने इंडियन एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर्स के तौर पर भर्ती हुई थी। महिला फाइटर पायलट्स के पहले बैच में भावना कांत के साथ अवनी चतुर्वेदी और मोहना सिंह शामिल थीं। तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद फाइटर पायलट भावना ने फाइटर जेट्स उड़ाने का ऑपरेशनल सिलेबस पूरा किया। उन्होंने 22 मई, 2019 में यह आपरेशनल सिलेबस पूरा कर इतिहास रचा था। 

इनदिनों भावना कांत की पोस्टिंग राजस्थान एयरबेस में है। वे मिग -21 बाइसन फाइटर प्लेन उड़ाती हैं। ये दोनों फाइटर प्लेन रिपब्लिक डे परेड में वायु सेना की झांकी का हिस्सा थे।

ऐतिहासिक परेड में शामिल भावना का कहना है कि वे राफेल और सुखोई के साथ अन्य लड़ाकू विमान उड़ाना भी पसंद करेंगी। उन्हें काफी खुशी है कि वे गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनीं, उन्होंने कहा कि जिस परेड को टीवी पर देखते थीं, उसका हिस्सा बनकर बहुत खुशी और गर्व महसूस हो रहा है।

29 वर्षीय भावना बिहार के दरंभगा जिले की रहने वाली हैं। यहां के घनश्यामपुर प्रखंड के बऊर गांव में 1992 में पैदा हुई थी। उनके पिता रिफाइनरी टाउनशिप में इंजीनियर हैं। भावना की शुरूआती पढ़ाई बरौनी रिफाइनरी के डीएवी पब्लिक स्कूल से हुई है। आगे चलकर उन्होंने बेंगलुरू के बीएमएस कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। अपने एयरफोर्स ज्वाइन करने के बारे में भावना का कहना है कि उन्होंने इसके लिए परीक्षा दी थी। परीक्षा में सफल होने पर वे एयरफोर्स एकेडमी पहुंची।

सिविल बैकग्राउंड होने की वजह से फौज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। लेकिन मन में जुनून था कि कुछ अलग करना है। उन्हें शुरु से ही प्लेन आकर्षित करते रहे हैं, उनका कहना है कि आम बच्चों की तरह आगे बढ़ती गई, और अब वे यहां तक पहुंची हैं। जिस साल भावना ने एयरफोर्स एकेडमी में एडमीशन लिया था उसी साल केंद्र सरकार ने फाइटर स्ट्रीम में महिलाओं को लेने का फैसला किया था।

जिसके बाद एयरफोर्स एकेडमी में परफॉर्मेंस, फर्स्ट स्टेज की कड़ी ट्रेनिंग और च्वाइस के हिसाब से भावना को फाइटर पायलट के तौर पर सलेक्ट किया गया। उन्होंने 2018-2019 में पहली बार मिग-21 एयरक्राफ्ट को उड़ाया था।  और अब गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनकर देश की बेटियों के लिए एक और मिसाल पेश की है।