कोरोना के दौर में आर्थिक मज़बूती के लिए महिलाओं ने किया शेयर बाजार का रुख

शेयर बाजार में महिलाओं के खाते 32 फीसदी बढ़े, 70 फीसदी महिलाओं ने शेयर बाजार में पहली बार किया निवेश, 35 फीसदी महिला निवेशक हाउसवाइफ हैं

Updated: Nov 23, 2020, 10:49 PM IST

Photo Courtesy:  Femina.in
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कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में कई बदलाव किए हैं, इनमें से कुछ खराब हैं, तो कुछ अच्छे भी हैं। कहा जाता है आवश्यकता अविष्कार की जननी है, जहां कोरोना की वजह से लोगों की नौकरियां चली गईं तो कहीं सैलरी में कटौती का सामना करना पड़ा है। ऐसे में खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाए रखने के लिए महिलाओं ने नया रास्ता अपनाया है।

कोरोना काल में महिलाओं ने शेयर मार्केट में दिलचस्पी दिखाई है। महिलाएं शेयर मार्केट में निवेश कर रही हैं। शेयर बाजार में वर्किंग ही नहीं बल्कि गृहणियां भी रुचि ले रही हैं। अब वे अपना काफी वक्त निकालकर इस दिशा में काम कर रही हैं।  इतना ही नहीं बड़े शहरों के साथ टू और थ्री टियर शहरों से हैं।

 मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अप्रैल से जून 2020 के दौरान महिलाओं के खातों में पिछली तिमाही की तुलना में 32 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इनमें से 70 फीसदी महिलाओं ने पहली बार शेयर बाजारों में इन्वेस्ट किया है। कई ब्रोकरेज कंपनियों की महिला इंवेस्टर्स में से 35% हाउस वाइफ हैं। बैंकों के फिक्स डिपाजिट पर ब्याज दरें कम होने से महिलाएं सेविंग करने के नए तरीकों पर काम कर रही हैं।

वहीं इसका एक कारण यह भी माना जा रहा है कि लॉकडाउन में कई महिलाओं के पास घर पर काफी वक्त था, जिस उस दौरान वे शेयर बाजार की खबरों से अपडेट रहने लगीं। उन पर नजर रखने लगीं। महिलाएं पूरी जानकारी के साथ सोच समझ कर फैसला लेती हैं। इस दौरान बाजार को पूरी तरह से समझा। फिर शेयरों की लिस्टिंग की, विश्लेषण किया। शेयरों में हो रहे उतार-चढ़ाव को परखा। फिर शेयरों की खरीद फरोख्त की।

महिलाएं अब फायदे नुकसान का हिसाब बखूबी रख रही हैं। इतना ही नहीं शेयर मार्केट में निवेश और उसके फायदे बताकर कई महिलाओं को मोटीवेट कर चुकी हैं। खुद को इस बारे में अपडेट रखने के लिए कंसल्टेंट, ब्रोकर्स और गूगल की हेल्प ले रही हैं। शेयर मार्केट में निवेश के बारे में महिलाओं का कहना है कि इससे उन्हें खुद को और अपने परिवार को आर्थिक तौर पर मज़बूत बनाने में मदद मिलेगी।