ब्लैक फंगस बीमारी ने डॉक्टर को भी नहीं छोड़ा, सर्जरी के बावजूद छत्तीसगढ़ के डॉक्टर बीपी सोनकर का निधन

कोरोना से रिकवर होने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आए थे 61 वर्षीय डॉक्टर, ब्रेन तक पहुंचा संक्रमण, प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस से 18 लोगों की मौत, अब तक मिले हैं 180 मरीज

Updated: Jun 03, 2021, 12:13 PM IST

Photo courtesy: Bhaskar
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस ने एक डॉक्टर की जान ले ली है। कोरोना से रिकवर होने के बाद डॉक्टर बीपी सोनकर ब्लैक फंगस की चपेट में आ गए थे। वे बिलासपुर में पुलिस परिवार कल्याण चिकित्सालय के मेडिकल ऑफिसर के तौर पर कार्यरत थे। डॉक्टर बीपी सोनकर रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती थे। वे मुंगेली जिले के रहने वाले थे।

डॉक्टर बीपी सोनकर को शुगर और हाइपरटेंशन की बीमारी थी, वे कोरोना की चपेट में मई में आए थे। 29 मई को उन्हें रायपुर के अस्पताल में भर्ती किया गया था, ब्लैक फंगस का संक्रमण उनके दिमाग तक पहुंच गया था जिसके बाद उनकी सर्जरी की गई थी। लेकिन उनकी रिकवरी नहीं हुई, हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई और उनका निधन हो गया।

छत्तीसगढ़ में अब तक ब्लैक फंगस से 18 मरीजों की मौत हो चुकी है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में ब्लैक फंगस के 190 मरीजों की पुष्टि हुई है। रायपुर के एम्स अस्पताल में ब्लैक फंगस के 144 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। 60 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है।