फूड कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर व्यापारी से 7 लाख की ठगी, फेसबुक पर लुभावना विज्ञापन दिखाकर ऐंठे रुपए

छत्तीसगढ़ में फूड कंपनी की एजेंसी दिलाने के नाम पर व्यापारी से 7 लाख की धोखाधड़ी, फर्जी कंपनी के कर्मचारियों ने एग्रीमेंट करके खाते में एडवांस जमा करवाए रुपए, सामान नहीं भेजा, फोन भी किया बंद

Updated: Jul 31, 2021, 08:25 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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रायपुर। एक तरफ जहां सोशल मीडिया लोगों के कई काम आसान कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए मुसीबत भी बनता जा रहा है। रायपुर के एक बिजनेसमैन के साथ फेसबुक के माध्यम से ठगी का मामला सामने आया है। 65 साल के व्यापारी से जालसाजों ने 7 लाख रुपए ऐंठ लिए। आरोपियों ने व्यापारी को फूड कंपनी की फ्रेंचाइजी देने का झांसा दिया। इसके लिए बाकायदा सुपर डिस्ट्रीब्यूटर एप्रेसल का एग्रीमेंट पेपर भी भेजा। लेकिन ना तो फ्रेंचाइजी मिली और ना ही अबतक पैसे वापस मिले हैं।

फेसबुक पर देखा था लुभावना आफर

रायपुर के गुढियारी निवासी 65 वर्षीय मोतीलाल सचदेव और उनकी पत्नी एम.आर. फूड के नाम से कंपनी संचालित करते हैं। कुछ दिनों पहले मोतीलाल के छोटे भाई श्रवण सचदेव ने फेसबुक पर यमी फूड कंपनी के फूड प्रोडक्टस का विज्ञापन देखा। जिसे किसी मोनिका नाम की लड़की की आईडी से शेयर किया गया था। श्रवण ने उस पोस्ट में दिए गए नंबर पर फोन किया और छत्तीसगढ़ में फ्रेंचाइजी लेने की बात की। व्यापारी औऱ उनके भाई ने 10 जुलाई को मुकेश कुमार सिन्हा नाम शख्स से बात की, मुकेश ने कहा कि वह यमी फूड्स कंपनी का छत्तीसगढ़ एरिया सेल्स मैनेजर है। फिर मुकेश सिन्हा ने व्यापारियों की मुलाकात कंपनी के किसी अन्य सदस्य राजी थॉमस से करवाई।

मेल पर भेजा एग्रीमेंट, 7 लाख एडवांस करवाए जमा

थॉमस ने भी दोनों व्यापारियों को छत्तीसगढ़ डीलर बनाने का झांसा दिया। फूड कंपनी के कर्मचारियों ने व्यापारी को इस बात के लिए तैयार कर लिया कि एजेंसी लेने के लिए फूड प्रोडेक्ट का ऑर्डर देना पड़ेगा और पहली बार में एडवांस पेमेंट करना पड़ेगा। फरियादी का कहना है कि 12 जुलाई को उनके बड़े भाई मोतीलाल सचदेव के ई मेल पर फूड कंपनी के राजी थॉमस ने एक फर्जी सुपर डिस्ट्रीब्यूटर एप्रेसल एग्रीमेंट भेजा। जिसमें 5 लाख रुपए की डिमांड की गई थी। इस एग्रीमेंट में फूड आइटम्स के ऑर्डर और सारी प्रोसेस के नाम पर 7 लाख रुपए जमा करने को कहा गया था।

व्यापारियो ने थॉमस द्वारा दिए गए ICICI बैंक के दिल्ली ब्रांच के खाते में 7 लाख रुपए जमा करवा दिए। जब कई दिनों तक कंपनी के किसी अफसर या कर्मचारी ने दोनों व्यापारियों से कोई संपर्क नहीं किया। तो इन्होंने फोन लगाया, लेकिन सभी के फोन भी बंद मिले।  कई बार कोशिशों के बाद भी कोई बात नहीं हुई, तब व्यापारियों को अपने साथ हुए धोखे का शक हुआ। फिर उन्होंने मामले की शिकायत आजाद चौक पुलिस में की है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, आरोपियों के फोन नंबर, बैंक खाते और इमेल के आधार पर उनकी पड़ताल की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।