छत्तीसगढ़ में ऑफ लाइन बोर्ड परीक्षा के विरोध में प्रदर्शन, छात्रों ने दिया धरना बोले जैसी शिक्षा वैसी हो परीक्षा

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग, छात्रों ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन, 15 अप्रैल से होनी हैं 10वीं बोर्ड की परीक्षा

Updated: Apr 02, 2021, 02:04 PM IST

Photo courtesy:  lalluram
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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच परीक्षाओं के आयोजन पर सवाल खड़ें हो रहे हैं। ऐसे में खुद परिक्षार्थी ही ऑफलाइन परीक्षाओं का विरोध करते दिखाई दे रहे हैं। बलरामपुर जिले में सैकड़ों छात्रों ने विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। 10वीं-12वीं के विद्यार्थी ऑफलाइन परीक्षा का विरोध करते नजर आए। छात्रों की मांग है कि जैसे आनलाइन पढ़ाई हुई है, वैसे ही ऑन लाइन परीक्षाएं भी करवाई जाएं। इस दौरान छात्रों ने छत्तीसगढ़ सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की।

जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा की तख्तियां लिए छात्रों ने सड़क पर धरना दिया। ऑन लाइन बोर्ड परीक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को 10वीं और 12वीं विद्यार्थियों ने रैली निकाली। छात्रों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

विद्यार्थियों की मांग है कि जैसे साल भर से ऑनलाइन क्लासें हुई हैं, उसी तरह से परीक्षाएं भी आय़ोजित की जाए। अगर क्लास लगाने से कोरोना फैल सकता है तो आफ लाइन परिक्षाएं कैसे सुरक्षित  हो सकती हैं।

बोर्ड परीक्षा के छात्रों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिक्षा मंत्री के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। बता दें कि छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा का एजमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। जिसके बाद छात्रओं ने इसके विरोध में सड़क पर कई घंटों तक प्रदर्शन किया।

 CGBSE की 10वीं क्लास की परीक्षा 15 अप्रैल से 1 मई तक होनी हैं। जबकि 12वीं क्लास की परीक्षा 3 मई से 24 मई तक चलेगी। परीक्षा सेंटर छात्रों के अपने स्कूल में होगा, अलग सेंटर नहीं बनाया गया है। परीक्षा के दौरान स्कूल में सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना, और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। गौरतलब है कि प्रदेश में बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 4617 कोरोना केस सामने आए हैं। जिला कलेक्टरों को जरूरत के हिसाब से लॉकडाउन लगाने की परमीशन सरकार ने दे रखी है।