500 रुपए के नकली नोटों में हुई 317 फीसदी की वृद्धि, वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा

संसद में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2018-19 वित्तीय वर्ष में 21,865 मिलियन नकली नोट थे, जो 2022-23 वित्तीय वर्ष में बढ़कर 91,110 मिलियन हो गए।

Updated: Nov 28, 2024, 01:21 PM IST

नई दिल्ली। नकली नोटों के साथ-साथ देश में भ्रष्टाचार संबंधित गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए साल 2016 में नोटबंदी का एलान किया गया था। हालांकि, केंद्र का यह हथकंडा नकली नोटों का चलन रोकने में नाकामयाब रहा। इतना ही नहीं केंद्र सरकार के आंकड़े ही इस ओर इशारा करते हैं कि नकली नोटों का चलन घटने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है। बीते 5 सालों में जाली नोटों के चलन में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। 

वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों में नकली 500 रुपये के नकली नोटों में 317 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार ने सोमवार से शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नकली नोटों के आंकड़ों की जानकारी दी। सरकार की ओर से वित्त राज्य पंकज चौधरी ने नकली नोटों को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। उनसे पूछा गया था कि नकली नोट के चलन में कमी के सरकारी दावों के उलट उसमें तेजी आ रही है? 

मंत्री ने अपने जवाब में स्वीकार किया कि देश में जाली नोटों का इस्तेमाल बढ़ा है। संसद में पेश डेटा के मुताबिक, 500 रुपये के नकली नोट वित्त वर्ष 2018-19 में 21,865 मिलियन पीस (mpcs) से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 91,110 मिलियन पीस हो गए। हालांकि, वित्त वर्ष 2023-24 में इसमें 15 फीसदी की गिरावट आई और यह संख्या 85,711 मिलियन पीस हो गई। 

2021-22 वित्तीय वर्ष में नकली 500 रुपये के नोटों की संख्या में भारी वृद्धि हुई। यह 2020-21 वित्तीय वर्ष के 39,453 मिलियन से दोगुनी होकर 79,669 मिलियन हो गई। यानी 102 प्रतिशत की वृद्धि। 2023-24 वित्तीय वर्ष में चलन में रहे 2000 रुपये के नकली नोटों में 166 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई।

31 मार्च 2024 को समाप्त हुए पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान जो नकली नोट पकड़े गए, उनमें 500 रुपये के नोटों की संख्या 8,5711 करोड़ थी। 5 साल पहले 500 रुपये के पकड़ाए जाली नोटों की संख्या सिर्फ 2,1865 करोड़ थी। यानी 500 रुपये के नोट के मामले में 292 फीसदी की तेजी आई है। इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि 5 सालों में 500 रुपये के जाली नोट करीब-करीब 4 गुना बढ़ गए हैं। वहीं पिछले वित्त वर्ष के दौरान पकड़ाए जाली नोटों में 2000 रुपये वाले नोटों की संख्या 2,6035 करोड़ थी।

नकली नोटों का शिकार कोई भी हो सकता है। कई बार लोग असली और नकली नोट में फर्क नहीं कर पाते हैं। आरबीआई के मुताबिक, ओरिजिनल 500 रुपये के नोट की आधिकारिक साइज 66 मिमी x 150 मिमी है। नोट पर देवनागरी में मूल्यवर्ग अंक ५00 होगा। नोट में महात्मा गांधी का चित्र केंद्र में होगा। माइक्रो लेटर्स ‘भारत’ और ‘इंडिया’ होंगे। 500 के नोट को झुकाने पर धागे का रंग हरे से नीला हो जाता है। गारंटी क्लॉज, प्रॉमिस क्लॉज के साथ गवर्नर के हस्ताक्षर और महात्मा गांधी के चित्र के दाईं ओर RBI का प्रतीक है।