Corona Impact: ब्रिटेन में एक दशक बाद आर्थिक मंदी

UK Economy: अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी 20.4 प्रतिशत सिकुड़ी। विनिर्माण और टूरिज्म सेक्टर पूरी तरह से बर्बाद। लाखों की नौकरियां गईं।

Updated: Aug 13, 2020, 04:32 AM IST

Pic: The Guardian
Pic: The Guardian

कोरोना वायरस संकट का आर्थिक असर अब वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर दिखने लगा है। ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था एक दशक के बाद मंदी का शिकार हो गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 20.4 प्रतिशत सिकुड़ी है। किसी भी दूसरे देश के मुकाबले यह अब तक की सबसे बड़ी आर्थिक गिरावट है। हालांकि, कहा जा रहा है कि जून में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में सुधार होने लगा है।

ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकीविद जॉनथन एथो ने कहा, “कोरोना वायरस से आई मंदी से अप्रैल-जून तिमाही में रिकॉर्ड गिरावट आई है। हालांकि, जून में दुकानों-फैक्ट्रियों की खुलने से स्थिति में सुधार हो रहा है। विनिर्माण क्षेत्र में सबसे बड़ी गिरावट आई है। टूरिज्म सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।”

इन आंकड़ों के आने के बाद यूके के चांसलर ऋषि सूनक ने कहा है कि देश के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं।

उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा था आगे बहुत मुश्किल वक्त आने वाला है। इन आंकड़ों ने बता दिया है कि मुश्किल वक्त आ चुका है। लाखों लोग पहले ही नौकरी खो चुके हैं। दुखद यह है कि आने वाले कुछ महीनों में और लोगों की नौकरी जाएगी।”

सूनक ने आगे कहा, “आने वाले वक्त में हमें मुश्किल फैसले लेने होंगे लेकिन हम इस संकट से पार पा जाएंगे। मैं लोगों को आश्वासन दे सकता हूं कि सभी के पास आशा और अवसर होंगे।”

ब्रिटेन के अलावा दूसरे विकसित देशों की जी़डीपी वृद्धि दर में गिरावट आई है। आंकड़ों की अगर बात करें तो अप्रैल-जून तिमाही में जर्मनी की जीडीपी वृद्धि दर में 10.1, फ्रांस में 13.8, इटली में 12.4, अमेरिका में 9.5, कनाडा में 12 और जापान में 7.6 प्रतिशत की कमी आई है।