Corona effect : औद्योगिक उत्पादन में सबसे बड़ी गिरावट

सरकार ने अप्रैल के महीने के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के पूरे आंकड़े जारी नहीं किए हैं।

Publish: Jun 14, 2020, 08:14 AM IST

Photo courtesy : VCCircle
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लॉकडाउन के कारण भारत के औद्योगिक उत्पादन में अप्रैल के महीने में 55.50 प्रतिशत की कमी आई है। औद्योगिक उत्पादन के क्षेत्र में यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। सरकार ने अप्रैल के महीने के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के पूरे आंकड़े जारी नहीं किए हैं। सरकार ने कहा है कि अप्रैल के उत्पादन की तुलना पहले के किसी महीने से नहीं की जानी चाहिए क्योंकि इनमें से ज्यादातर औद्योगिक प्रतिष्ठानों का उत्पादन शून्य है।

आईआईपी के त्वरित अनुमान हर महीने की 12 तारीख या इससे एक दिन पहले के कार्य दिवस को जारी किये जाते हैं। ये अनुमान छह सप्ताह पीछे के होते हैं और इन्हें स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर संकलित किया जाता है। स्रोत एजेंसियां उत्पादन कर रहे कारखानों व प्रतिष्ठानों से आंकड़े जमा करती हैं।

business standard के अनुसार एमसीआरए की प्रमुख अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा “यह समझना महत्वपूर्ण है कि लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों को कैसे प्रभावित किया है। इसलिए हमने अप्रैल 2020 में विभिन्न क्षेत्रों में साल-दर-साल संकुचन के स्तर का विश्लेषण किया है, ताकि हमारे विश्लेषण और पूर्वानुमानों को सूचित किया जा सके कि आने वाले महीनों में आर्थिक गतिविधि कैसे ठीक होने की उम्मीद है।”

अदिति ने आगे कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि शायद बुरा समय अब निकल चुका है क्योंकि मई के महीने से श्रम, लौजिस्टिक्स और कच्चे माल की कमी के बावजूद कई क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो चुकीं हैं। विनिर्माण का आईआईपी में 78 प्रतिशत हिस्सा है. अप्रैल के महीने में इसका उत्पादन गिरकर 64.2 प्रतिशत हो गया। विशेषज्ञों ने गौर किया कि मार्च के दौरान जिसमें केवल सात दिनों का लॉकडाउन था उस दौरान विनिर्माण उत्पादन में 22.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र में मौजूदा तनाव को दर्शाता है। बयान में कहा गया कि अप्रैल 2020 में आईआईपी का त्वरित अनुमान 2011-12 को आधार मानते हुए 56.3 रहा है। खनन, विनिर्माण और बिजली के आईआईपी अप्रैल 2020 के लिये क्रमश: 78.3, 45.1 और 126.1 रहे हैं।

उपयोग आधारित वर्गीकरण के अनुसार, अप्रैल महीने के दौरान यह सूचकांक (आईआईपी) प्राथमिक वस्तुओं के लिये 92.3, पूंजीगत सामान के लिये 7.7, मध्यवर्ती माल के लिये 42.0 और बुनियादी ढांचे / निर्माण सामानों के लिये 21.7 रहा। इसके अलावा, टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं और गैर-टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं के अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक क्रमशः 5.5 और 89.4 रहे। अप्रैल 2020 के लिये आईआईपी के त्वरित अनुमानों के साथ ही स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर मार्च 2020 के सूचकांकों में पहला संशोधन और जनवरी 2020 के सूचकांकों में अंतिम संशोधन किया गया है।