चार दशकों में अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंची देश की अर्थव्यवस्था, पिछले वित्त वर्ष जीडीपी में आई 7.3 फीसदी तक गिरावट

NSO ने जारी किए आंकड़े, पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 7.3 फीसदी गिरा भारत का ग्रोथ रेट, 2020-21 की तीसरी तिमाही में पटरी पर आने लगी थी देश की अर्थव्यवस्था

Publish: May 31, 2021, 02:57 PM IST

Photo Courtesy: Jagran.com
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नई दिल्ली। चार दशकों में देश की अर्थव्यवस्था अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। इस बात का खुलासा NSO द्वारा जारी आंकड़े में हुआ है। पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले भारत की जीडीपी में 7.3 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। 

सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2029-20 की 4 फीसदी ग्रोथ रेट के मुकाबले में वित्त वर्ष 2020-21 की ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी कम दर्ज की गई है। हालांकि पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में ग्रोथ रेट में 1.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में जीडीपी 38.96 लाख करोड़ रुपए थी। जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में 38.33 लाख रुपए थी।

पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट में 23 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। सितंबर की तिमाही में ग्रोथ रेट -7.5 फीसदी दर्ज की गई। कुल मिलाकर पूरे वित्त वर्ष में 7.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। 

जीडीपी में गिरावट के इन आंकड़ों के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर मोदी सरकार की आलोचना शुरू हो गई है। हालांकि सोशल मीडिया पर एक धड़ा मोदी सरकार का बचाव भी कर रहा है, और गिरती अर्थव्यवस्था का ज़िम्मेदार कोरोना को बता रहा है। फरवरी महीने में केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया था कि देश की जीडीपी में आठ फीसदी की गिरावट दर्ज की जाएगी, लेकिन अनुमान से कम हुई गिरावट को केंद्र सरकार के बचाव के तौर पर उपयोग में लाया जा रहा है।