हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से भूचाल, औंधे मुंह गिरे अडानी ग्रुप के सभी शेयर, गौतम अडानी को 1.32 लाख करोड़ का नुकसान

इससे पहले बुधवार को फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से गौतम अडानी को 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

Updated: Jan 27, 2023, 01:56 PM IST

हिंडनबर्ग। अमेरिकी रिसर्च फर्म Hindenburg की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट नहीं थम रही है। बुधवार से भी बड़ी गिरावट के बाद आज यानी शुक्रवार को भी अडानी ग्रुप के सभी शेयर औंधे मुंह गिरे। अडाणी की नेटवर्थ बुधवार से अब तक यानी 3 दिन में 10% से ज्यादा कम हो गई है। 

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक अडाणी को 1.32 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। इससे पहले बुधवार को फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से गौतम अडानी को 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। अडाणी की कंपनियों की मार्केट कैप भी कम हुई है, जिसके चलते निवेशकों को 2.75 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।

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अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर्स में 20-20% की गिरावट आई है।​ गिरावट का ये दौर तब शुरू हुआ, जब फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। अडाणी ग्रुप पर इसका बड़ा असर पड़ा है।

दरअसल, फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि अडाणी ग्रुप की सभी 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज है। ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर 85% से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी हैं। अडाणी ग्रुप ने शेयरों में हेरफेर की। अकाउंटिंग में धोखाधड़ी की गई है। अडाणी ग्रुप कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है।

इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी समूह को खरबों का नुकसान हुआ है। फोर्ब्स की अमीरों की लिस्ट में अडाणी ग्रुप के मालिक गौतम अडाणी चौथे नंबर से खिसकर 7वें पर आ गए हैं। 25 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 9.20 लाख करोड़ थी, जो शुक्रवार को 7.88 लाख करोड़ रुपए पर आ गई है।

हिंडनबर्ग रिसर्च की लेटेस्ट रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल किए गए हैं। इसी रिपोर्ट से भारतीय निवेशकों का सेटीमेंट बदल गया। हालांकि अडानी ग्रुप ने इसे सिरे से खारिज करते हुए दुर्भावनापूर्ण करार दिया है। खबर है कि अब अदानी ग्रुप न्यूयॉर्क की हिंडनबर्ग रिसर्च पर क़ानूनी कार्रवाई के बारे में विचार कर रहा है। उधर हिंडनबर्ग ने कहा है कि वे अपनी रिपोर्ट पर क़ायम हैं और क़ानूनी कार्रवाई का स्वागत करेंगे।