तेजी से देश छोड़ रहे भारतीय अमीर, इस साल 6500 से ज्यादा भारतीयों के देश छोड़ने का दावा

अपने परिजनों के लिए बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित उच्च जीवन स्तर के लिए पलायन कर रहे भारतीय अमीर, कोरोना काल के बाद बढ़ा है ट्रेंड

Updated: Jun 15, 2023, 07:50 PM IST

नई दिल्ली। भारत छोड़कर दूसरे देशों में बस रहे अरबपतियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक रिपोर्ट का अनुमान है कि इस साल तकरीबन 8 हजार अमीर भारतीय देश छोड़कर दूसरे मुल्क में जाकर बस सकते हैं। माना जा रहा है कि अपने परिजनों के लिए बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित उच्च जीवन स्तर के लिए भारत के अमीर लोग पलायन कर रहे हैं।

हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2023 के अनुसार साल 2023 में 6500 हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स देश छोड़कर जा सकते हैं। हालांकि, यह संख्या पिछले साल से कम है। पिछले साल 7500 अमीर लोग भारत छोड़कर गए थे। रिपोर्ट जारी करने वाला हेनले दुनियाभर में वेल्थ और इन्वेस्टमेंट माइग्रेशन पर नजर रखता है। 

हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNI) के देश छोड़कर जाने के मामले में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। पहला स्थान चीन का है। साल 2023 में चीन से 13,500 अमीर देश छोड़कर जा सकते हैं। मिलियनेयर या एचएनआई उन्हें कहा जाता है, जिनके पास 10 लाख डॉलर या इससे अधिक की इन्वेस्टेबल वेल्थ होती है।

देश छोड़कर जाने वाले अमीरों के मामले में दुनिया में तीसरा स्थान यूके का है। यहां से 3200 एचएनआई देश छोड़कर जा सकते हैं। वही, रूस से 3000 अमीर देश छोड़कर जा सकते हैं। यह चौथे स्थान पर है। साल 2022 में युद्ध के बीच रूस से 8500 अमीर देश छोड़कर गए थे। दुनियाभर के अमीरों को दुबई और सिंगापुर जैसी जगहें सबसे ज्यादा पसंद आ रही हैं। अमीर उस देश में जाना पसंद करते हैं, जहां टैक्स से जुड़े नियम लचीले हों।

अब सवाल यह है कि अमीर लोग अपना देश छोड़कर क्यों चले जाते हैं। यह टैक्स कानूनों की जटिलताओं के चलते देखने को मिलता है। भारत में टैक्स से जुड़े नियमों में जटिलताओं के चलते हर साल हजारों अमीर लोग देश छोड़कर चले जाते हैं। साथ ही यहां का जीवन स्तर सामान्य होने और निम्नस्तरीय शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण भी लोग देश छोड़ने को मजबूर होते हैं।