RBI: बुनियादी क्षेत्र में निवेश की जरूरत

गवर्नर ने की निवेश की अपील, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जुलाई में निकाले 86 करोड़ रुपये

Updated: Jul 28, 2020, 02:31 AM IST

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव से जूझ रही अर्थव्यवस्था में गतिविधियां बढ़ाने के लिये मूलभूत सुविधाओं वाली परियोजनाओं में निवेश बढ़ाने पर जोर दिया है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में उद्योग जगत को संबोधित करते हुये दास ने कहा कि बुनियादी क्षेत्र के विकास में व्यापक निवेश की जरूरत है और इसमें सार्वजनिक एवं निजी दोनों क्षेत्र को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। बैंकों को सलाह दी गई है कि वह प्रतिकूल परिस्थितियों में दबाव सहने की क्षमता का परीक्षण करें और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिये पूंजी जुटाएं। 

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि कृषि क्षेत्र में हाल में उठाये गये सुधार के कदमों से इस क्षेत्र में नए अवसर खुले हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र आकर्षण का केन्द्र बनकर उभर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को ऐसी नीतियों की आवश्यकता है जिससे कि कृषि क्षेत्र की आय में निरंतर वृद्धि होती रहे। विदेशी मुद्रा विनिमय दर के बारे में दास ने कहा कि इसके लिए रिजर्व बैंक का कोई निर्धारित लक्ष्य नहीं है लेकिन जब भी इसमें अनावश्यक घटबढ़ होगी रिजर्व बैंक इस पर नजर रखेगा।

कई विशेषज्ञों ने यह संभावना जताई थी कि आरबीआई ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की और कटौती कर सकता है। हालांकि, शक्तिकांत दास ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की। दास ने कहा कि भारत के लिए अमेरिका और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों की बातचीत जल्द पूरा करने पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बॉन्ड बाजार में नई गतिविधियां दिखाई दी हैं और पहली तिमाही में करीब एक लाख करोड़ रुपये के कॉर्पोरेट बॉन्ड जारी किए गए हैं।

एक तरफ आरबीआई गवर्नर बुनियादी क्षेत्र में निवेश की बात कर रहे हैं और दूसरी तरफ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जुलाई में भारतीय पूंजी बाजार से 86 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत के रूप में नहीं देखा जा रहा है। विदेशी निवेशकों ने यह कदम कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते जा रहे मामलों, चीन अमेरिका तनाव और आत्मनिर्भर भारत प्रोजेक्ट के तहत विदेशी उद्योगपतियों के लिए लगातार बनते जा रहे प्रतिकूल माहौल के चलते यह कदम उठाया है।