छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती के फैसले से एक दिन में ही पलटी सरकार, वित्त मंत्री ने वापस लिया निर्णय
बुधवार को वित्त मंत्रालय ने पीपीएफ सहित अन्य छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर दी थी, इसे मिडल क्लास को सरकार द्वारा दिए गए एक झटके के तौर पर माना जा रहा था, जिसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने फैसले पर यू टर्न ले लिया है

नई दिल्ली। छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती करने के अपने फैसले से केंद्र सरकार एक दिन के भीतर ही पलट गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद इसकी जानकारी दी है। निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कटौती करने के फैसले को रद्द करने की घोषणा की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, छोटी बचत योजनाओं पर वित्त वर्ष 2020-21 की अंतिम तिमाही में मिलने वाले ब्याज पर पुरानी दरें ही लागू रहेंगी। जारी किए गए आदेशों को रद्द किया जाता है। छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर में कटौती करने के फैसले को मिडल क्लास पर सरकार द्वारा किए गए प्रहार के तौर पर देखा जा रहा था, जिसके बाद सरकार ने अपने फैसले को वापस ले लिया है।
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India
केंद्र सरकार ने पीपीएफ यानी पर्सनल प्रोविडेंट फंड पर मिलने वाले सालाना ब्याज दर को 6.4 फीसदी करने का फैसला किया था। 1974 के बाद यानी पिछले 47 वर्षों में सरकार पहली बार इतना कम इंट्रेस्ट देने वाली थी। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने वन ईयर टाइम डिपॉज़िट पर मिलने वाले ब्याज दर को 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी कर दिया था। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजना सीनियर सिटिज़न सेविंग स्कीम के तहत ब्याज दर को 7.4 फीसदी से घटा कर सरकार ने 6.5 फीसदी कर दिया था।
वित्त मंत्री सरकार चली रही हैं या सर्कस : रणदीप सुरजेवाला
Madam FM,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 1, 2021
Are u running a ‘Circus’ or a ‘Govt’?
One can imagine the functioning of economy when such duly approved order affecting crores of people can be issued by an ‘oversight’.
Who is the competent authority referred in order?
You have no moral right to continue as FM. pic.twitter.com/czRv5MY7O8
अपने फैसले से 24 घंटे के भीतर यू टर्न लेने वालीं वित्त मंत्री पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने जमकर हमला बोला है। सुरजेवाला ने निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए कहा है कि वित्त मंत्री सरकार चला रही हैं या सर्कस? सुरजेवाला ने वित्त मंत्री से इस्तीफा मांगते हुए कहा है कि उन्हें इस पद पर बने रहने का कोई अधिकारी नहीं है।