बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए RBI ने बढ़ाया रैपो रेट, दलाल स्ट्रीट में हड़कंप, शेयर बाज़ार 1400 प्वाइंट गिरा

अचनाक लिए गए आरबीआई के फैसले में रेपो रेट को 0.4 फ़ीसदी बढ़ा दिया गया है..अब रैपो रेट 4.40 फीसदी हो गया है... माना जा रहा है कि इसके असर से आनेवाले दिनों में होम लोन महँगा हो सकता है.. लेकिन शेयर बाज़ार में हाहाकार मच गया है

Updated: May 04, 2022, 10:31 AM IST

नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ती महंगाई के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने अचानक रैपो रेट बढ़ाने की घोषा कर दी। रैपो रेट अब 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4.40 फीसदी हो गया है। आरबीआी गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसके मद्देनजर आज एक प्रेस कांफ्रेस किया और जानकारी दी। हालांकि शेयर बाज़ार इस आशंका में सुबह से गोते लगा रहा था लेकिन इस ऐलान के साथ सेंसेक्स सीधे 1400 प्वाइंट तक लुढ़क गया।

दोपहर 2.55 पर सेंसेक्स 1,413.65 अंकों यानी 2.48% की बड़ी गिरावट लेकर 55,562.34 के स्तर पर आ गया था। वहीं, निफ्टी इस दौरान 395.65 अंकों या 2.32% की गिरावट के साथ 16,673.45 के स्तर पर था।

RBI ने रेपो रेट बढ़ाकर शेयर मार्केट को हैरान कर दिया है। रिजर्व बैंक ने यह फैसला अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने के ठीक पहले किया है। बुधवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को अचानक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बेंचमार्क पॉलिसी रेट बढ़ा दिया।

गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध का असर महसूस हो रहा है और युद्ध के प्रभाव को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने भी समझा है। वहीं, बढ़ती महंगाई को देखते हुए आरबीआई अपने 'accommodative stance' यानी उदार रुख को छोड़ते हुए अब बेंचमार्क रेट को बढ़ा रही है। RBI के इस फैसले के बाद आपकी EMI और लोन महंगा होने वाला है।

बता दें कि जिस रेट पर रिजर्व बैंक कमर्शियल बैंकों और दूसरे बैंकों को कर्ज देता है उसे रेपो रेट कहते हैं। रेपो रेट बढ़ने का मतलब यह है कि बैंकों को RBI की ओर से अब महंगे दर पर कर्ज मिलेगा। ऐसे में बैंक से ग्राहकों को मिलने वाले लोन और ईएमआई भी महंगे हो जाएंगे।