Dewas: किसानों से 7674 टन गेहूं खरीदा अब कहा वापस ले जाओ

Wheat Procurement in Madhya Pradesh: किसानों की आफ़त, पहले मंडी तक गेहूं लाने में खर्च हुआ अब गेहूं वापस लेना जाना होगा जेब पर भारी

Updated: Jul 25, 2020, 04:33 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की BJP सरकार ने देवास जिले के 1031 किसानों के साथ धोखा किया है। इन किसानों से समर्थन मूल्य पर 7674 मीट्रिक टन गेहूं ख़रीदा गया। मगर अब तक भुगतान नहीं हुआ है। अब इन किसानों को  कहा गया है कि वे अपना गेहूं वापिस ले जाएँ। इसके लिए उन्हें 31 जुलाई का वक्त दिया गया है। प्रशासनिक लापरवाही का ख़ामियाज़ा इन गरीब किसानों को उठाना होगा। पहले मंडी तक गेहूं लाने में खर्च हुआ अब गेहूं ले जाने में पैसा खर्च करना होगा। 
सहकारिता उपायुक्त देवास ने इस बारे में आदेश जारी किया है। इस आदेश में कहा गया है कि इस सीजन में  देवास जिले में 4,11,970 मीट्रिक टन गेहूं ख़रीदा गया है। इसमें से केवल 4,04,296 मीट्रिक टन गेहूं की प्रविष्टि पोर्टल में हो सकी है।आठ उपार्जन केंद्रों के 56 किसानों के 403 मीट्रिक टन तथा 48 उपार्जन केंद्रों के 975 किसानों के 7271 मीट्रिक टन गेहूं की पोर्टल में प्रविष्टि ही नहीं हुई। इस तरह पोर्टल में प्रविष्टि ही नहीं होने से कुल 1031 किसानों का 7674 मीट्रिक टन गेहूं का भुगतान अब तक नहीं हुआ है।

जिले के अधिकारियों द्वारा बार-बार सूचित करने एवं कलेक्टर द्वारा पोर्टल खोलने और प्रविष्टि करने के निर्देश देने के बावजूद किसानों की ना तो प्रविष्टि की गई ना ही उन्हें भुगतान किया गया है।अब कलेक्टर ने 20 जुलाई को हुई जिला उपार्जन समिति की बैठक में आदेश दे दिया है कि किसानों को गेहूं वापस दे दिया जाए। किसानों को  31 जुलाई तक समय सीमा भी दी गई है।

कृषि मंत्री जवाब दें किसानों से धोखा क्यों : भूपेन्द्र गुप्ता 

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश में लाखों किसानों से गेहूं तो खरीद लिया गया है किंतु हजारों किसानों के भुगतान लंबित हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल रोज एफआईआर दर्ज कराने के बयान जारी करते रहते हैं। किसानों को खाद्यान्न वापस उठाना पड़ रहा है तो इस धोखाधड़ी के खिलाफ उनकी सरकार के किस मंत्री के खिलाफ एफआईआर लिखवानी चाहिए? गुप्ता ने कहा है कि मंत्री कमल पटेल सार्वजनिक रूप से.स्पष्ट करें कि 31 जुलाई तक किसानों को भुगतान करेंगे या गेहूं वापिस भेजेंगे।