वेट लॉस में रामबाण है ग्रीन टी, कितनी चाय देगी जादुई रिजल्ट, जाने यहां

ग्रीन टी गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ाती है, मेटाबॉलिज्म अच्छा रखती है, यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने की वजह से कई तरह के कैंसर, टाइप -2 डायबटीज और हार्ट की बीमारियों का खतरा कम करती है

Updated: Sep 17, 2021, 11:50 AM IST

Photo Courtesy: insider
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कहा जाता है सबसे बड़ा सुख निरोगी काया,  लोग खुद को हेल्दी और फिट रखने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं। खानपान में बदलाव करते हैं। इन दिनों ग्रीन टी का काफी चलन है। ग्रीन टी को गुणों की खान कहा जाता है। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि इसे बेहिसाब मात्रा में पी लिया जाए। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ग्रीन टी पीने से शरीर का मेटाबालिज्म अच्छा रहता है। इम्यूनिटी मजबूत होती है। यह कई बीमारियों से भी बचाती है। ग्रीन टी पीने से शुगर, ब्लड प्रेशर, कैंसर का खतरा कम होता है। ग्रीन टी से मोटापा कंट्रोल किया जा सकता है।

 कैंसर से बचाव में है कारगर 

2010 में NCBI ने ग्रीन टी को लेकर एक रिव्यू किया था, जिसमें कहा गया था, इसके नियमित और संतुलित उपयोग से फेफड़े, आंत, इसोफेगस, मुंह, पेट, छोटी आंत, किडनी, पेनक्रियास, और स्तन कैंसर से बचाव होता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ज्यादा ग्रीन टी पीने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स के साथ कैफीन होता है, अगर आप इसे 2-3 से ज्यादा बार यूज करते हैं तो अनिंद्रा समस्या हो सकती है। तो संतुलित मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करें और हेल्दी रहें।

 2-3 कप से ज्यादा ग्रीन टी से बढ़ा देगी कैफीन का लेवल

रोजाना दिन में 2-3 कप ग्रीन टी का सेवन किया जा सकता है। इससे ज्यादा ग्रीन टी फायदे की जगह नुकसान करने लगती है। खाली पेट ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए, ऐसा करने से एसिडिटी होने का खतरा रहता है। एक मीडियम साइज के कप में चाय लेने पर करीब 25 mg कैफीन हमारे शरीर में पहुंच जाता है। ज्यादा चाय से ज्यादा कैफीन शरीर में चला जाता है, जिससे सीने में जलन, एसिटिटी, शुगर, कॉन्सटिपेशन, नींद नहीं आने जैसी दिक्कतें होती है।

 खाने और चाय के बीच रखें 2 घंटे का अंतर

ग्रीन टी और खाने के बीच कम से कम दो घंटे का अंतर होना चाहिए। खाने से 2 घंटा पहले और 2 घंटे बाद तक इसके सेवन से बचना चाहिए। अगर आप खाने के साथ ग्रीन टी लेते हैं तो खाने के पोषक तत्व शरीर में अवशोषित नहीं हो पाएंगे। जिससे कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसकी सीमित मात्रा भूख पर कंट्रोल रखती है, जिससे आप ज्यादा कैलोरी नहीं कंज्यूम कर पाएगें। निश्चित मात्रा में ली गई कैलोरी वेट कम करने में हेल्प करती है।  

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झटपट कैसे बनाएं ग्रीन टी

ग्रीन टी बनाने के लिए एक कप पानी उबाल लें, और उसमें चंद पत्तियां ग्रीन टी की डाल दें। और उबाल आने पर उसे छान लें। अगर आप टी बैग यूज कर रहे हैं तो कप में गर्म पानी डालकर उसमें ग्रीन टी बैग डिप कर दें। औऱ धीरे-धीरे सिप लेते हुए चाय का मजा लें। अगर आप इसके स्वाद में थोड़ा इजाफा करना चाहतें है तो एक चुटकी काली मिर्च पाउडर और कुछ बूंदे नींबू के रस की डालें। ये इसका स्वाद दोगुना कर देंगे।

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जापानी रिसर्चर ने खोजी थी ग्रीन टी

आज से सैकड़ों साल पहले ग्रीन टी की खोज करने वाले जापानी ग्रीन टी रिसर्चर मिचियो त्सुजिमुरा ने सोचा भी नहीं होगा कि एक दौर वह भी आएगा जब लोग ग्रीन की खूबियों के दीवाने हो जाएंगे। अपने भीतर एक से बढ़कर एक खूबियां समेटे ग्रीन टी दुनिया भर में पसंद की जाती है। इसकी खोज मिचियो त्सुजिमुरा ने की थी। उनका जन्म 17 सितंबर को जापान में हुआ था।

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उनकी 133वीं जयंती पर गूगल ने उन्हें याद करते हुए Google डूडल में उन्हें दिखाया है। इस डूडल में मिचियो त्सुजिमुरा ग्रीन टी के कैमिकल कंपोनेट्स की स्टडी करते दिखाई दे रहे हैं। तो आप भी शुरू करें अपनी फिटनेस जर्नी और अपने खान-पान की लिस्ट में ग्रीनटी को शामिल करें और उसके फायदों का लाभ लें।