भूकंप के 6 झटकों से अफगानिस्तान में मची तबाही, 1000 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर

पश्चिमी अफगानिस्तान में सिलसिलेवार 6 भूकंपों से हाहाकार मच गया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि सुदूर पश्चिमी अफगानिस्तान में मरने वालों की संख्या रविवार को तेजी से बढ़कर 1,000 से अधिक हो गई।

Updated: Oct 08, 2023, 02:09 PM IST

काबुल। अफगानिस्तान के पश्चिमी हिस्से में भयानक भूकंप आया है। बताया जा रहा है कि शनिवार को आए इस भूकंप में एक हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि हजारों लोग घायल भी हैं। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई। भूकंप के कारण कई घर और इमारतें ढह गए हैं। कुछ इलाकों में भूस्खलन के कारण लोगों के हताहत होने की भी खबरें हैं।

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, इस भूकंप का स्रोत अफगानिस्तान के सबसे बड़े शहर हेरात से 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, मुख्य भूकंप के बाद रिक्टर पैमाने पर 5.5, 4.7, 6.3, 5.9 और 4.6 तीव्रता के पांच झटके आए। यानी कुल 6 झटकों ने अफगानिस्तान में तबाही मचाई।

हेरात के रहने वाले 45 वर्षीय बसीर अहमद ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, 'हम ऑफिस में थे। अचानक बिल्डिंग हिलने लगी। कुछ दीवारों का प्लास्टर टूटकर गिर गया, दीवारों में दरारें भी आ गईं।हम बाहर आये। मैंने अपनी आंखों के सामने कुछ इमारतों को ढहते हुए भी देखा।' उन्होंने आगे कहा, 'अब मेरा परिवार से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। मोबाइल डिसकनेक्ट हो गया है। हम बेहद डरे हुए हैं।'

भूकंप आने के बाद लोग अपने घरों और दुकानों को छोड़कर भागने लगे। सोशल मीडिया पर दहशत के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। अफगानिस्तान के एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि सुदूर पश्चिमी अफगानिस्तान में मरने वालों की संख्या रविवार को तेजी से बढ़कर 1,000 से अधिक हो गई। वहीं राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने कहा कि मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है।

नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट के एक प्रवक्ता ने कहा कि
ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का भी घटनाएं हुई हैं जिनमें लोगों के मारे जाने की आशंका है। फिलहाल हमारे पास सारी जानकारियां अभी नहीं हैं। अधिकारियों के मुताबिक, जिंदा जान और घोरियान जिलों के बारह गांव पूरी तरह से नष्ट हो गए। बता दें कि हेरात को अफगानिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। यहां लगभग 19 लाख लोग रहते है। बीते साल जून में भी अफगानिस्तान में आए भूकंप में कम से कम 1000 लोगों की मौत हुई थी।